हिमाचल: माता-पिता के साथ न रहने पर अड़ी 10 साल की बच्ची, थाने तक पहुंचा मामला पर नहीं बनी बात, पुलिस को बताई वजह
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक दस वर्षीय बच्ची अपने माता-पिता के साथ रहने को तैयार नहीं है। मामला पुलिस तक पहुंचा, लेकिन बच्ची अपनी जिद पर अड़ी रही और उसने माता-पिता के साथ न रहने की वजह बताई। अब बाल कल्याण समिति इस मामले की जांच करेगी और बच्ची के भविष्य पर फैसला लेगी। फिलहाल बच्ची को सुरक्षित आश्रय में रखा गया है।

जिला बिलासपुर के भराड़ी क्षेत्र में एक बच्ची माता-पिता के साथ न रहने पर अड़ गई है। प्रतीकात्मक फोटो
संवाद सहयोगी, भराड़ी (बिलासपुर)। बच्चों को उनके माता-पिता के साथ रहने की की जिद करते तो सभी ने देखा, लेकिन जिला बिलासपुर के भराड़ी क्षेत्र में इसके विपरीत मामला सामने आया है। यहां 10 साल की बच्ची माता-पिता के साथ रहने के बजाय उनसे अलग रहना चाहती है।
इसके लिए वह घर तक छोड़ने को तैयार है। 10 साल की इस बच्ची ने न केवल घर छोड़ने का मन बनाया है, बल्कि उसने घर से ले जाने के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन में शिकायत भी कर दी।
इसका कारण यह बताया जा रहा है कि उसके माता-पिता अक्सर लड़ते रहते हैं और उसे भी प्रताड़ित करते हैं घर का माहौल खराब है इसलिए वह अब घर में नहीं रह सकती है।
पुलिस थाने में तलब किए माता पिता
चाइल्ड हेल्पलाइन ने इस बाबत पुलिस थाना भराड़ी को सूचित करते हुए बच्ची के माता-पिता को थाने में तलब किया है और फटकार भी लगाई है।
चाइल्ड हेल्पलाइन पर फोन कर की शिकायत
जानकारी के अनुसार 10 साल की बच्ची ने महिला एवं बाल विकास विभाग की चाइल्ड हेल्पलाइन विंग को फोन करके बताया कि उसके माता-पिता उसे अक्सर मारते-डांटते हैं और घर में माहौल तनावपूर्ण रहता है। सोमवार को पुलिस टीम, महिला कर्मी के साथ बच्ची के घर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली।
पुलिस ने माता पिता को दी चेतावनी पर नहीं मानी बच्ची
पुलिस ने बच्ची के माता-पिता को चेतावनी दी कि वे भविष्य में किसी भी तरह की मारपीट या डांट-फटकार न करें। बच्ची को भी समझाने का प्रयास किया गया कि अब उसके माता-पिता उसके साथ अच्छा व्यवहार करेंगे, लेकिन उसने उनके साथ रहने से साफ इन्कार कर दिया। पुलिस की ओर से पंचायत प्रतिनिधियों को भी मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने भी बच्ची को समझाने की कोशिश की, मगर वह अपनी जिद पर अड़ी रही।
महिला एवं बाल विकास विभाग के संरक्षण में बच्ची
सोमवार दिनभर पुलिस थाना भराड़ी में इस मामले को लेकर विवाद चला रहा, जिसमें विभागीय टीम बच्ची को समझाती रही कि वह अपने माता-पिता के पास चली जाए, लेकिन बच्ची मानने को तैयार नहीं है। शाम को महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्ची को अपने साथ संरक्षण में ले गए।
आज भी थाने बुलाए माता-पिता
आज मंगलवार को बच्ची के माता-पिता एक बार फिर से थाने और विभाग कार्यालय में बुलाए हैं। मामले की पुष्टि डीएसपी घुमारवीं विशाल वर्मा ने की है।

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