खुशखबरी! अब बिलासपुर में गेहूं का बीज तैयार करेगा कृषि विभाग, किसानों को मिलेगा लाभ
बिलासपुर जिले के किसानों को अब गेहूं बीज के लिए दूसरे जिलों पर निर्भर नहीं रहना होगा। कृषि विभाग जिले को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पीबीडब्ल्यू 373 बीज का ट्रायल करेगा जिसके लिए 25 क्विंटल बीज सोलन से मंगवाया गया है। किसानों को बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि उनकी आर्थिकी सुदृढ़ हो। मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में भूमि का चयन किया जाएगा।

रजनीश महाजन, बिलासपुर। बिलासपुर जिले के किसानों को गेहूं का बीज लेने के लिए अब दूसरों जिलों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। बिलासपुर को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि विभाग ट्रायल आयोजित करने जा रहा है। इसके लिए कृषि विभाग ने सोलन के मझोली से करीब 25 क्विंटल बीज पीबीडब्ल्यू 373 मंगवाया है।
इसे जिले के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों को आवंटित किया जाएगा। इसके बाद बिलासपुर जिले के किसानों को बाहर से आने वाले बीज पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इससे किसानों की आर्थिकी को भी बल मिलेगा।
बिलासपुर में गेहूं की फसल का मूल्य 24 रुपये प्रतिकिलो है, लेकिन बीज का मूल्य 34 रुपये प्रतिकिलो है। अगर किसान गेंहू का बीज तैयार करते हैं तो उनकी आर्थिकी और अधिक सुदृढ़ होगी।
पीबीडब्ल्यू 373 बीज का उत्पादन काफी अच्छा है। प्रति बीघा आठ किलो बीज डाला जाता है। सिंचाई युक्त भूमि में उत्पादन करीब 2.5 क्विंटल है। ऐसे में बिलासपुर के किसानों को बीज तैयार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मैदानी व पहाड़ी क्षेत्र में चयनित होगी भूमि
जिले के पहाड़ी व मैदानी क्षेत्र के किसानों को बीज बांटा जाएगा। इसमें सिंचित व उपजाऊ भूमि को चिह्नित करने के लिए क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा। जिले में पहले भी किसान अपना बीज तैयार करते थे, लेकिन अब धीरे-धीरे यह परंपरा समाप्त हो रही है।
जिले में गेहूं का बीज तैयार करने के लिए ट्रायल होगा। 25 क्विंटल बीज मंगवाया गया है। किसान अगर गेहूं की फसल के स्थान पर बीज बेचेंगे तो उन्हें अधिक दाम मिलेंगे। यह किसानों के लिए काफी लाभदायक होगा।
-प्रेम चंद ठाकुर, उपनिदेशक, कृषि विभाग बिलासपुर।
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