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    यमुनानगर में आवारा कुत्तों का आतंक, पूजन को जा रही तीन वर्षीय कंजक को ने नोचा

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 11:14 AM (IST)

    यमुनानगर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। दुर्गाष्टमी पर सेक्टर 15 में तीन साल की बच्ची कुसुम पर कुत्तों ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्ची को रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया है। शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगभग छह हजार है और 2024 में अब तक 6391 लोगों को कुत्तों ने काटा है जिससे हर गली में दहशत का माहौल है।

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    मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में कुत्ते काटने से घायल बच्ची को लेकर पहुंची मां शर्मिला।

    जागरण संवाददाता, यमुनानगर। शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा कुत्ते खतरनाक होते जा रहे हैं। मंगलवार को दुर्गाष्टमी पर कंजक पूजन के लिए जा रही तीन वर्षीय बच्ची कुसुम पर सेक्टर 15 में तीन आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। बच्ची को कई जगहों से काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

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    उसकी मां ने तुरंत बच्ची को मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया। कुसुम की मां शर्मिला कोठियों में झाड़ू-पोछा करती है। उन्होंने बताया कि वह काम कर रही थी जब उसे पता चला कि उसकी बेटी पर कुत्तों ने हमला किया है।

    पड़ोसियों ने चीख-पुकार सुनकर कुत्तों को भगाने के लिए पत्थर फेंके। शर्मिला ने कहा कि आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे बच्चों को अकेला छोड़ने में डर लगता है। यदि आसपास के लोग नहीं होते, तो बच्ची को बचाना मुश्किल हो सकता था।

    हर गली में है आतंक, भय में जी रहे शहर के निवासी

    सेक्टर 15 में तीन आवारा कुत्तों ने तीन साल की बच्ची पर हमला कर दिया। बच्ची को कई जगहों पर चोटें आई हैं। शहरी क्षेत्र में लगभग छह हजार आवारा कुत्ते हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। 2024 में कुत्तों ने 6391 लोगों को काटकर घायल किया है, जिसका मतलब है कि हर दिन 15 से 17 लोग कुत्तों के हमले का शिकार हो रहे हैं।

    यह आंकड़ा सरकारी अस्पतालों का है, जबकि कई लोग निजी अस्पतालों में भी इलाज करा रहे हैं। शहर की हर गली में आवारा कुत्तों का आतंक है, जिससे बच्चे बाहर निकलने में घबराते हैं। सेक्टर 17, प्रोफेसर कॉलोनी, मॉडल टाउन, औद्योगिक क्षेत्र, मछली मार्किट और सरोजनी कालोनी में कुत्तों की संख्या अधिक है।

    कुछ लोग इन कुत्तों को खाना डालते हैं, जिससे वे और भी हिंसक हो रहे हैं। जिला नागरिक अस्पताल में भी आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं, क्योंकि मरीज और उनके तीमारदार बचा हुआ खाना फेंक देते हैं।

    यह है इस वर्ष का आंकड़ा

    माह- कुत्ते ने काटा

    जनवरी- 714

    फरवरी- 846

    मार्च- 833

    अप्रैल- 792

    मई- 588

    जून- 781

    जुलाई- 1118

    अगस्त- 938