चार जानें लेने के बाद भी सोनीपत एक्सप्रेसवे से नहीं हटाया गया रोड रोलर, कब टूटेगी जिम्मेदारों की नींद
सोनीपत एक्सप्रेसवे पर रोड रोलर की वजह से चार लोगों की जान जाने के बाद भी उसे हटाया नहीं गया है। यह घटना अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करती है। सवाल यह है कि प्रशासन कब जागेगा और एक्सप्रेसवे को सुरक्षित करेगा? लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, गोहाना। दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे पर शनिवार रात को हुए सड़क हादसे में चार जानें लेने के बावजूद रविवार को एक्सप्रेसवे से रोड रोलर को नहीं हटाया गया। हादसे के बाद रोड रोलर में भी तकनीकी कमी आ गई थी और वह अभी घटनास्थल पर खड़ा है। पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को घटनास्थल से हटाकर लगभग एक किलोमीटर दूर टोल प्लाजा के पास खड़ा करवा दिया है।
लापरवाही का केस दर्ज किया
घटनास्थल पर अब भी कार का कुछ मलबा बिखरा हुआ है। उधर, पुलिस ने रविवार को नागरिक अस्पताल गोहाना में तीन और भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल में एक युवक के शव का पोस्टमार्टम कराया। मृतक सोमबीर के पिता बलवान की शिकायत पर हाईवे अथारिटी और रोड रोलर के चालक पर लापरवाही का केस दर्ज किया गया।
शाम तक काम चला
शनिवार को दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे पर गांव रुखी के निकट रेलवे पुल पर सड़क की मरम्मत कराई जा रही थी। यहां पर बजरी बिछाकर उनको दबाने के लिए रोड रोलर लगाया गया था। शाम तक काम चला और वहां रोड रोलर खड़ा था।
उसी समय एक्सप्रेसवे से रोहतक में गांव घिलौड़ कलां के पूर्व सरपंच और कांग्रेस के रोहतक के ग्रामीण जिला अध्यक्ष बलवान सिंह का बेटा सोमबीर सोनेट कार में जींद की तरफ से आ रहा था। सोमबीर कार चला रहा था और उसके साथ कार में परिवार से ही दीपांकर, लोकेश व अंकित भी सवार थे। कार रोड रोलर से टकरा गई और चारों की मौत हो गई।
बेटे की कार के पीछे-पीछे आ रहा
रविवार को बरोदा थाना की पुलिस ने नागरिक अस्पताल गोहाना में दीपांकर, लोकेश व सोमबीर के शवों का पोस्टमार्टम कराया। अंकित के शव का भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। सोमबीर के पिता बलवान सिंह की शिकायत पर बरोदा थाना में केस दर्ज किया गया। बलवान सिंह ने पुलिस को बताया कि वह भी दूसरे वाहन में अपने बेटे की कार के पीछे-पीछे आ रहा था।
लापरवाही का आरोप लगाया
एक्सप्रेसवे पर काम चला हुआ था और रोड रोलर खड़ा था। वहां काम कर रहे लोगों ने बिना इंडिकेटर जलाए और बचाव के दूसरे प्रबंध किए बिना रोड रोलर को खड़ा कर रखा था। उनके बेटे की कार रोड रोलर से टकरा गई जिससे हादसा हो गया। उन्होंने हाईवे अथारिटी व रोलर के चालक पर लापरवाही का आरोप लगाया। बरोदा थाना के प्रभारी धर्मबीर ने बताया कि सोमबीर के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है।
नौकरी की तैयारी कर रहे थे दीपांकर व अंकित
दीपांकर और अंकित नौकरी के लिए तैयारी कर रहे थे। दीपांकर के पिता ओमप्रकाश ने बताया कि उसके बेटे ने 12वीं की पढ़ाई के बाद आइटीआइ भी की थी। बेटा अब नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। ओमप्रकाश ने कहा कि अब कहने के लिए कुछ नहीं बचा।
इसी तरह से अंकित भी अपना भविष्य बनाने के लिए तैयारी में जुटा था। लोकेश दिल्ली में एयरपोर्ट पर गाड़ी चलाता था। वहां पर उसका भाई मुकेश भी यही काम करता था। बलवान ने गांव में इंटरलाकिंग टाइलों की फैक्ट्री लगा रखी है। इस फैक्ट्री को उसका बेटा सोमबीर संभाल रहा था। उनको टाइलों को लेकर आर्डर मिला था।
शनिवार को सोमबीर व उसके परिवार से तीन अन्य युवक टाइलों को बेचने के संबंध में जींद रोड की तरफ गए थे। वापस लौटते समय एक्सप्रेसवे पर हादसा हुआ। सेामबीर की लगभग दो साल की बेटी है और हाल ही में उसकी पत्नी ने बेटे को जन्म भी दिया था।
घटनास्थल के निकट है घुमावदार मोड़
एक्सप्रेसवे पर जहां पर हादसा हुआ है उससे लगभग 250 मीटर दूरी पर घुमावदार मोड़ है। घटनास्थल के निकट ही टोल प्लाजा है और वहां से रोहतक-पानीपत हाईवे पर उतरने व चढ़ने का रास्ता बनाया गया है।
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