मुर्दों की फिटनेस का ख्याल रख रहे हैं अधिकारी! हरियाणा में एक गांव के क्रबिस्तान में बना दिया Open Gym
सोनीपत के गांव थरिया में युवाओं के लिए ओपन जिम कब्रिस्तान में स्थापित किया गया। पंचायती जमीन न मिलने पर कब्रों के ऊपर ही मशीनें लगा दी गईं, लेकिन फर्श तक नहीं बनाया गया। ग्रामीणों ने स्कूल में लगाने का सुझाव दिया था, पर जिम कब्रिस्तान में बना। कमीशनखोरी के आरोपों के बीच, ग्रामीणों ने गांव में सुविधाओं की कमी पर भी चिंता जताई है। अधिकारी मामले की जांच की बात कर रहे हैं।

पंचायती जमीन नहीं मिलने पर कब्रिस्तान में ही लगवा दिया। जागरण
नंदकिशोर भारद्वाज, सोनीपत। गांवों में विकास कार्यों के नाम पर किस तरह से लापरवाही व खानापूर्ति कर खेल खेला जाता है, इसका ताजा उदाहरण सामने आने से अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। गांवों में युवाओं को फिट रखने के लिए ओपन जिम लगाए जा रहे हैं, लेकिन ब्लाॅक समिति के कोटे से अधिकारियों ने गांव थरिया के कब्रिस्तान में कब्रों के ऊपर ही ओपन जिम लगा दिया।
मिट्टी में मशीनें गाड़ दी गईं, लेकिन यहां कोई फर्श नहीं बनाया गया। जिम लगाए जाने के दौरान ग्रामीणाें ने गांव के बीच में स्थित सरकारी स्कूल में इसे लगाने का सुझाव दिया था, लेकिन गांव से एक किलोमीटर दूर कब्रिस्तान में लगा दिया गया।
अब यहां युवा व्यायाम करने नहीं जा रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि यह ओपन जिम किसके लिए लगवाया गया है। क्या कब्र में निकलकर मुर्दे कसरत करेंगे। मामला सामने आने पर अधिकारियों की जगहंसाई हो रही है और अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
सरकार की ओर से सभी गांवों में युवाओं को फिट रखने के लिए ओपन जिम लगवाए जा रहे हैं। सोनीपत खंड के गांव थरिया में भी ब्लाॅक समिति की ओर से ओपन जिम अलाॅट हुआ। करीब दो महीने पहले सरपंच फरमान से ओपन जिम लगवाने के लिए जगह की मांग की गई। कई ग्रामीणों ने इसे गांव के बीच में स्थित सरकारी स्कूल मेंं लगाने का सुझाव दिया, लेकिन सरपंच ने गांव में पंचायती जमीन न होने का हवाला दिया।
अधिकारियों ने जिम कहीं भी लगवाने को कहा तो सरपंच ने गांव से एक किलोमीटर दूर करीब 60 साल पुराने कब्रिस्तान की चारदीवारी के अंदर जिम की मशीनें लगवाने को कह दिया। जिस जमीन पर जिम लगाया गया है, कई साल पहले इस जमीन पर पार्थिव शरीर दफनाए जाते थे।
अब यहां से थोड़ी दूर दफनाए जाते हैं। ठेकेदार के कर्मचारियों ने मिट्टी में जिम की मशीनें गाड़कर इतिश्री कर ली, वहां पर फर्श तक नहीं बनाया गया। इसके बाद सरपंच फरमान से जिम लगाए जाने की रिसीविंग ले ली।
कमीशन के खेल में हो रही अनियमितताएं
सूत्रों ने बताया कि ओपन जिम लगाने मेंं बड़े स्तर पर कमीशनखोरी हो रही है। इसमें कई स्तर पर कमीशन की बंदरबांट की जाती है। ठेकेदार समेत कई अधिकारियों की जेबें गर्म की जाती हैं। इस कारण ही इन विकास कार्यों में बड़ी अनियमितताएं सामने आती हैं।
वहीं जिम्मेदार अधिकारी मामला सामने आने पर अपनी जवाबदेही से बचते नजर आते हैं। वहीं कई बार फोन करने पर ब्लाक समिति के चेयरमैन नवीन ने इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया। कब्रिस्तान में ओपन जिम लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं अभी गांव थरिया के सरपंच से पूछता हूं।
गांव मेंं सुविधाओं का अभाव, डिस्पेंसरी तक नहीं
ग्रामीण इरशाद ने बताया कि गांव में आठवीं तक का एक स्कूल है। गांव में तीन मस्जिद हैं। इसके अलावा कोई सुविधा नहीं है। गांव की आबादी करीब 2800 है और 1400 के करीब वोट हैं। गांव में 400 के करीब युवा ऐसे हैं जिन्हें जिम की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मैंने गांव स्कूल में ओपन जिम लगवाने का सुझाव दिया था, लेकिन इसे गांव से एक किमी दूर कब्रिस्तान में लगा दिया गया।
अब वहां कोई भी एक्सरसाइज करने नहीं जाता। वहीं गांव के सरपंच फरमान ने बताया कि पंचायत के पास कोई जमीन नहीं है, इसलिए ओपन जिम कब्रिस्तान में लगवाया गया था, लेकिन कब्र वहां दूर हैं।
इरशाद ने बताया कि कब्रिस्तान की पूरी जमीन पर ही पार्थिव शरीर दफनाए जाते हैं। शुरुआत में एक सिरे से कब्र बनाई जाती हैं, पूरी जमीन पर कब्र बनने पर दोबारा उसी सिरे से कब्र बनानी शुरू की जाती हैं।
मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं पता करता हूं कि ओपन जिम कब्रिस्तान में क्यों लगाया गया? इसकी जांच की जाएगी। नोटिस भेजकर ठेकेदार से जवाब तलब किया जाएगा।
- अंकुर, बीडीपीओ, सोनीपत
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