दहशत में वर्दी वाले... पुलिस लाइन में कदम-कदम पर खतरा, हैरान कर देगी ये रिपोर्ट
सोनीपत पुलिस लाइन में सुरक्षा की कमी के कारण पुलिसकर्मी चिंतित हैं। एक बच्चे की लिफ्ट में फंसकर मौत के बाद आवासीय परिसर में खतरों को उजागर किया गया है। खुले मैनहोल बिजली के पैनल और जंग लगे फायर सिलेंडर सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलते हैं। आरडब्ल्यूए ने समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया लेकिन पुलिस लाइन में रहने वाले लोगों की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है।

दीपक गिजवाल, सोनीपत। सोनीपत में जिस पुलिस पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वह अपने ही आवासीय परिसर में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पुलिस लाइन में दो साल के युद्धवंश के लिफ्ट में फंसकर मौत के मामले के बाद पुलिस कर्मचारियों को अपनी और परिवार की सुरक्षा की चिंता सता रही है। पुलिस लाइन में कदम-कदम पर खतरा है।
कहीं, सीवर के मैनहोल खुले पड़े हैं तो कहीं बिजली सप्लाई के पैनल खुले हुए हैं और उनसे तार बाहर लटक रहे हैं, जो बच्चों की पहुंच में है। वहीं, फायर सिलिंडर भी महज नाम के ही हैं। दीवारों पर लटक रहे सिलिंडर जंग खा रहे हैं। लिफ्ट में मासूम के साथ हादसा होने के बाद भी जिम्मेदार जागने को तैयार नहीं हैं।
हरियाणा पुलिस में नियुक्त सिपाही प्रियंका के बेटे युद्धवंश की लिफ्ट में फंस कर हुई मौत ने पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिस कर्मचारियों को मिल रही सुविधाओं और उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। दैनिक जागरण की पड़ताल में सामने आया है कि लिफ्ट खराब होना तो महज एक अपवाद है। पुलिस लाइन में कदम-कदम पर खतरा है।
पुलिस लाइन के क्वार्टरों की बिजली सप्लाई के लिए लगाए गए बिजली के पैनल खुले पड़े हैं, जिनसे तार जमीन तक लटक रहे है। वहीं, पास में ही पुलिस कर्मचारियों के बच्चों की साइकिल खड़ी हैं। यदि गलती से तार किसी बच्चे से छू गया तो हादसा हो सकता है।
वहीं, पास में ही क्वार्टरों के रास्ते पर पड़े लोहे के दरवाजे पर लगा जंग गवाही दे रहा है कि पुलिस लाइन में रखरखाव और साफ सफाई तक की व्यवस्था नहीं है। वहीं, कई जगह बाथरूम के दरवाजे टूटे पड़े है जो पुख्ता कर रह है कि यहां सफाई और मेंटेंनेंस से किसी को कोई सरोकार नहीं है।
मैनहोल खुले, लिफ्ट खराब... फायर सिलिंडर खाली
जहां पुलिस लाइन में लगी लिफ्ट खराब है, यदि समय रहते उसकी सुध ली गई होती तो मासूम युद्धवंश की जान बच जाती। लिफ्ट अलावा पुलिस लाइन में और भी खतरे है जो हादसों का कारण बन सकते है। पुलिस लाइन के सीवर के मैनहोल खुले पड़े हैं। जरा सा ध्यान भटकते ही कोई सीवर के अंदर गिर सकता है। बच्चों के साथ हादसे का ज्यादा डर है।
वहीं, फायर सिलिंडर भी खाली हैं, जो दीवार पर लटके जंग खा रहे हैं। फायर सिलिंडरों की व्यवस्था दुरूस्त नहीं है, जिससे किसी भी आपदा की स्थिति में खतरा और बढ़ जाता है।
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लिफ्टों की मरम्मत के लिए एजेंसी को ठेका दे रखा है। उनकी समय-समय पर जांच भी करवाई जाती है और मरम्मत भी। सभी की जांच करवा कर दुरुस्त करवाया जाएगा। बाकी सुविधाओं को लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही आरडब्ल्यूए की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें समस्याओं के हल को लेकर मंथन किया जाएगा। संबंधित अधिकारियों को भी अवगत कराया जाएगा। - सुरेश कुमार, प्रधान, आरडब्ल्यूए, पुलिस लाइन

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