Sonipat Crime: केएमपी एक्सप्रेसवे पर लुटेरी महिलाओं का गिरोह सक्रिय, पेरनी जनजाति से जुड़ा है गिरोह
सोनीपत के राई में केएमपी एक्सप्रेसवे पर लुटेरी महिलाओं का गिरोह सक्रिय है। पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो दिल्ली के नजफगढ़ की रहने वाली हैं। ये महिलाएं वाहन चालकों को झांसा देकर लूटती थीं। पुलिस जांच में पता चला कि ये पेरनी जनजाति से हैं और पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुकी हैं। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।

संवाद सहयोगी जागरण, राई। केएमपी एक्सप्रेसवे पर लुटेरी महिलाओं का गिरोह सक्रिय है। 30 सितंबर को एक्सप्रेसवे पर गाड़ी सवार को लूटने के प्रयास में पुलिस ने इस गिरोह की दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व में भी थार सवार से लुटेरी महिलाओं ने सोने का कड़ा लूट लिया था। पकड़ी गई दोनों महिलाएं दिल्ली के नजफगढ़ की रहने वाली हैं। ये सुनियोजित तरीके से एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों को झांसा देकर रुकवाती है और फिर उनसे लूट कर फरार हो जाती हैं। दोनों के पतियों ने दिल्ली में उनकी गुमशुदगी दर्ज करवा रखी थी।
बरगलाने की कोशिश की
राई थाना इलाके में वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर 30 सितंबर को एक कार सवार से दो महिलाओं ने लूट का प्रयास किया। पीड़ित ने पुलिस को मामले की शिकायत दी। एफआईआर होने के बाद राई थाना पुलिस ने इन महिलाओं की गिरफ्तारी के लिए रणनीति बनाई। घटना के बाद वारदात स्थल के आसपास पुलिस ने गश्त बढ़ा दी। एक अक्टूबर को पर वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर वारदात स्थल के आस-पास पुलिस की टीम ने संदिग्ध हालात में घूम रही दो महिलाओं को रोककर पूछताछ की तो उन्होंने बरगलाने की कोशिश की।
दोनों महिलाओं की पहचान कराई
खुद की पहचान छिपाते हुए दोनों ने अपना पता भी बार-बार अलग-अलग बताया। जांच अधिकारी एसआई राहुल ने बताया कि लगातार बयान बदलने से उन पर शक गहरा गया। गश्त में साथ महिला पुलिस अधिकारी की सहायता से दोनों को थाने लाया गया और पीड़ित कार सवार को थाने बुलाकर दोनों महिलाओं की पहचान कराई गई। पीड़ित ने दोनों को पहचान लिया। इसके बाद दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान दिल्ली के नजफगढ़ के रावता मोड़ स्थित बस्ती की 35 वर्षीय बीना और 40 वर्षीय सनोज के रूप में हुई।
दिल्ली में दर्ज कराई थी गुमशुदगी
जब राई थाना पुलिस आरोपित महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही थी, उस समय दिल्ली के जाफरपुर कलां थाने में बीना और सनोज के पतियों ने दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई जा रही थी। राई थाना पुलिस ने पकड़ी गई महिलाओं के पते की बस्ती जाफरपुर जाकर तफ्तीश की। इसके बाद जाफरपुर थाना पुलिस ने भी राई पुलिस से संपर्क किया। तब तक राई थाना पुलिस आरोपित महिलाओं को गिरफ्तार कर चुकी थी। दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया गया है।
पेरनी जनजाति से संबंधित हैं महिलाएं
पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों महिलाएं पेरनी जनजाति से हैं। इनकी बस्ती करीब 40 साल से नजफगढ़ के रावता मोड़ पर बसी है। आमतौर पर यह महिलाएं व्यस्त सड़क मार्गों पर गलत कार्य करती हैं और मौका मिलने पर लूटपाट कर फरार हो जाती है। इन परिवारों की महिलाएं आमतौर पर 10-15 के समूहों में घरों से निकल जाती हैं और दो-दो, तीन-तीन के समूहों में बंटकर वारदातों को अंजाम देती हैं। इनका दल पांच-सात दिनों तक घरों से बाहर रहता है। इस संबंध में जाफरपुर थाना पुलिस का कहना है रावता मोड़ के अलावा रेवला में भी ऐसे ही लोगों की बस्ती है।
थार सवार से सोने का कड़ा लूटा
पिछले दिनों केएमपी एक्सप्रेसवे पर झज्जर के बादली के थार सवार अमित को बेसुध कर दो महिलाएं उसका सोने का कड़ा छीन छीनकर फरार हो गई थी। पिपली टोल प्लाजा से कुछ पहले हाथ के इशारे से मदद की गुहार के बहाने एक महिला ने अमित के चेहरे पर नशीला स्प्रे छिड़ककर अमित के हाथ से साढ़े पांच तोले सोने का कड़ा निकाल लिया और थार की चाबी निकालकर फरार हो गईं। पुलिस दोनों से महिलाओं से अन्य वारदात के बारे में पूछ रही है।
सतर्क रहने का आग्रह
"इस गिरोह की महिलाएं कार या दुपहिया पर अकेले चल रहे व्यक्ति को अपना निशाना बनाती है। वाहन चालकों को इस तरह की महिलाओं से बचने के लिए आगाह किया है।"
-एसआई राहुल, जांच अधिकारी, थाना राई
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