Sonipat News: चंद्रशेखर आजाद ने छोटी सी उम्र में उड़ा दिए थे अंग्रेज जज के होश
सोनीपत में चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के आजाद सिंह दांगी ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कैसे उन्होंने 15 वर्ष की आयु में असहयोग आंदोलन में भाग लिया और अदालत में निडर जवाब दिए। उनका जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्यप्रदेश में हुआ था। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

संवाद सहयोग, गोहाना (सोनीपत)। सोनीपत शहर में पुरानी सब्जी मंडी के निकट पार्क में बुधवार को क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद को उनके जन्मदिवस पर शहर के लोगों ने नमन किया।
आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने कहा कि 1921 में जब चंद्रशेखर आजाद 15 वर्ष के थे तब असहयोग आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। जज के सामने उन्होंने कहा था मैं आजाद हूं आजाद रहूंगा और आजाद ही मरूंगा।
जज ने जब उनका नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम आजाद और अपने पिता का नाम स्वतंत्रता बताया। जज ने क्रोधित होकर उन्हें 15 कोड़ों की सजा सुनाई। चंद्रशेखर का जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्यप्रदेश में हुआ।
इस मौके पर पार्क सुधार सभा के पूर्व अध्यक्ष रमेश मेहता, रोहतास अहलावत, हरभगवान चोपड़ा, भाग सिंह फौजी, अनिल बौद्ध, मदनलाल अत्री, कश्मीरी लाल बावा, राजेश बाजवान, रमेश सैनी, उमेद पांचाल रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।