सोनीपत, जागरण संवाददाता। मेडेन फार्मास्यूटिकल कंपनी (Maiden Pharmaceuticals) ने बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार माने जा रहे कफ सिरप (Cough Syrup Death) को वापस लेना शुरू कर दिया है। कंपनी के पास मैकोफ कफ सिरप की 15 हजार बोतल वापस आ भी चुकी हैं। वहीं प्रोमेथाजोन की 41 हजार बोतल को गांबिया की सरकार ने बाजार से वापस ले लिया है, जिसे जल्द ही भारत भेजा जाएगा। गांबिया से वापस आने वाली दवाओं के सैंपल लेकर सेंट्रल लैब में परीक्षण के लिए भेजे जाएंगे। शासन ने कंपनी को उक्त दवाओं के संदर्भ में प्रत्येक जानकारी साझा करने के आदेश दिए हैं।
बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ा
कुंडली स्थित कंपनी मेडेन फार्मा की खांसी की दवाओं को पीने से गांबिया में बच्चों की मौत का सिलसिला अभी जारी है। इन दवाओं के पीने से मरने वाले बच्चों की संख्या अब बढ़कर 70 हो गई है। भारत और गांबिया सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारियों के समझौते के बाद संबंधित दवाओं को बाजार से हटाया जा रहा है।
इस साल कंपनी ने भेजे 65 हजार बोतल
अधिकारियों सूत्रों के अनुसार प्रारंभित तौर पर जानकारी मिली है कि मेडेन फार्मा ने इस साल कफ सिरप की 65 हजार बोतल गांबिया को निर्यात की थीं। इनमें से गांबिया की सरकार ने 41 हजार बोतल बाजार से वापस हटा ली हैं। वहीं मेडेन फार्मा ने 15 हजार बोतल वापस मंगवा ली है। अभी नौ हजार बोतल गांबिया के बाजार व घरों में हैं। उनको वापस प्राप्त करना चुनौती बना हुआ है।
कंपनी के 4 कफ सिरफ पीने से हुई मौत
मेडेन फार्मा के चार कफ सिरप प्रोमेथाजोन ओरल सोल्यूशन, कोफिक्समेलिन बेबी कफ सिरप, मैकोफ बेबी कफ सिरप और मैगरिप कोल्ड सिरप से गांबिया में बच्चों की मौत होने की बात कही जा रही है। अब गांबिया से वापस आने वाली दवाओं के सैंपल लेकर जांच को भेजे जाएंगे। मेडेन फार्मा कंपनी को निर्देशित किया गया है कि वह वापस आने वाली दवाओं की पैकिंग को ना खोलें और तत्काल विभाग को सूचना दें।
इन दवाओं के सैंपल की जांच से पता चल सकेगा कि कंपनी में उपलब्ध स्टाक और गांबिया भेजे गए स्टाक में किसी तरह की भिन्नता तो नहीं है। विभाग के उच्चाधिकारियों का दावा है कि गांबिया के बाजार से बहुत जल्द पूरी दवाओं को हटवा लिया जाएगा।
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