Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cough Syrup: कफ सिरप से जुड़े बच्चों की मौत के मामले में गांबिया से संपर्क में भारतीय विदेश मंत्रालय

    By AgencyEdited By: Amit Singh
    Updated: Sat, 15 Oct 2022 03:59 AM (IST)

    भारत निर्मित कफ सिरप से संभावित रूप से गांबिया में कुछ बच्चों की मौत के मामले में विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत सरकार इस मामले में वहां की सरकार के संपर्क में है और इससे जुड़े घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए है।

    Hero Image
    गांबिया से संपर्क में है भारतीय विदेश मंत्रालय

    नई दिल्ली, प्रेट्र: भारत निर्मित कफ सिरप से संभावित रूप से गांबिया में कुछ बच्चों की मौत के मामले में विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत सरकार इस मामले में वहां की सरकार के संपर्क में है और इससे जुड़े घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि विदेश मंत्री डा. जयशंकर ने एक दिन पहले ही इस विषय पर गांबिया के विदेश मंत्री के साथ बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि सिरप से गांबिया में संभावित रूप से बच्चों की मौत के मामले को स्वास्थ्य अधिकारी देख रहे हैं और औषधि नियामक इसकी जांच कर रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लगातार संपर्क में भारती विदेश मंत्रालय

    बागची ने कहा कि इस मामले में जांच अभी जारी है। भारत में निर्मित चार कफ सिरप से गांबिया में संभावित रूप से 66 बच्चों की मौत के मामले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से प्राप्त विवरण और प्रतिकूल घटना रिपोर्ट की जांच के लिए सरकार ने बुधवार को विशेषज्ञों की चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। बता दें, जयशंकर ने गुरुवार को गांबिया के अपने समकक्ष डा. ममादौ तंगारा से बात की और भारत में निर्मित कफ सीरप से कथित रूप से वहां 66 बच्चों की मौत पर शोक जताया। जयशंकर ने तंगारा को आश्वासन दिया कि इस मामले में भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा गंभीरता से जांच की जा रही है।

    चार सदस्यीय जांच समिति गठित

    डब्ल्यूएचओ ने गांबिया में 66 बच्चों की मौत के लिए भारतीय कफ सीरप को जिम्मेदार बताते हुए अलर्ट जारी किया था। इस बीच केंद्र ने पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति की अध्यक्षता दवाओं पर स्थायी राष्ट्रीय समिति के उपाध्यक्ष डा. वाई के गुप्ता कर रहे हैं। यह समिति डब्ल्यूएचओ द्वारा साझा किए गए सभी संबंधित विवरणों की जांच और विश्लेषण करेगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए सिफारिश करेगी।