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    Sonipat News: पार्षदों ने नपा गेट पर जड़ा ताला, काम बंद होने पर विकास हुआ ठप

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 03:20 PM (IST)

    सोनीपत के खरखौदा में नगरपालिका की लापरवाही के विरोध में पार्षदों ने कार्यालय पर तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने विकास कार्यों में अनियमितता सफाई व्यवस्था की बदहाली और अधिकारियों की उदासीनता पर नाराजगी जताई। पार्षदों ने चेतावनी दी कि समस्याओं का समाधान न होने तक वे प्रतिदिन तालाबंदी करेंगे। कूड़ा उठाने का ठेका खत्म होने से शहर में गंदगी का संकट भी गहरा गया है।

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    भाजपा समर्थित पार्षदों ने नपा गेट पर जड़ा ताला। जागरण

    संवाद सहयोगी, खरखौदा (सोनीपत)। सोनीपत में नगर पालिका पर लापरवाही और ठप पड़ी विकास योजनाओं के आरोप लगा नाराज पार्षदों और पार्षद प्रतिनिधियों ने सोमवार को नगर पालिका कार्यालय पर तालाबंदी कर पांच घंटे तक प्रदर्शन किया। दोपहर 12 बजे शुरू हुआ यह विरोध शाम पांच बजे तक चलता रहा।

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    पार्षदों ने साफ चेतावनी दी कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, वह रोज सुबह नौ बजे से नपा कार्यालय के बाहर तालाबंदी करेंगे।

    धरना देने वाले सभी पार्षद भाजपा समर्थित थे। उनका कहना था कि नगर में विकास कार्य तो दूर, मौजूदा समस्याओं तक पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। पार्षद नवीन दहिया, अनूप, जसबीर, प्रमोद समेत कई महिला पार्षदों के पति भी विरोध में शामिल हुए।

    उन्होंने कहा कि पांच महीने से पद संभालने के बावजूद नपा की कार्यप्रणाली के कारण कोई ठोस बदलाव नहीं आया। गलियों का निर्माण मांगने पर दूसरी गलियां उखाड़ दी जाती हैं, सीवर लाइनें जाम हैं, जल निकासी नहीं है और उन्हें खुद नालों में उतरकर सफाई करनी पड़ रही है। अब तो ठेकेदार तक उन्हें नाले साफ करके आने की बात कहने लगे हैं।

    पार्षदों का आरोप था कि शहर में 53 सफाई कर्मचारी दिखाए जा रहे हैं, लेकिन मौके पर महज 12 ही मिले। सफाई ठेके से जुड़े दस्तावेज भी मांगने पर नहीं दिए गए। यही नहीं, रोज बंदरों के काटने की घटनाओं से लोग घायल हो रहे हैं, लेकिन नपा चुप्पी साधे बैठी है। अंडरग्राउंड पाइपलाइन और पुलिया जैसे कार्य घटिया स्तर पर कराए जा रहे हैं, जिससे शुरुआत में ही दरारें और टूट-फूट सामने आ रही है।

    वहीं, धरना स्थल पर नपा सचिव पंकज जून और नायब तहसीलदार अशोक कुमार पहुंचे और ताला खोलने की अपील की। उन्होंने लिखित में मांगपत्र देने और एसडीएम कार्यालय में मुलाकात कराने का आश्वासन भी दिया, लेकिन पार्षद अड़े रहे कि ताला तभी खुलेगा जब एसडीएम या नगर निगम कमिश्नर मौके पर आकर ठोस आश्वासन देंगे। आखिरकार शाम पांच बजे ताला खोला गया, लेकिन पार्षदों ने साफ कह दिया कि मंगलवार सुबह नौ बजे फिर से तालाबंदी की जाएगी।

    कूड़ा उठाने का ठेका खत्म, शहर में गंदगी का संकट

    नगरपालिका की लापरवाही का सबसे बड़ा खामियाजा सफाई व्यवस्था को लेकर सामने आया है। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने का ठेका खत्म हो चुका है, जिसके कारण घरों के अंदर गंदगी सड़ रही है। पार्षदों ने चेताया कि अगर तत्काल टेंडर प्रक्रिया भी शुरू की जाए तो भी कम से कम एक माह लगेगा। ऐसे में शहरवासियों को लंबे समय तक कूड़े और गंदगी के ढेरों से जूझना पड़ेगा।

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    पार्षदों ने तंज कसते हुए कहा कि जब नपा दफ्तर से विकास कार्य ही नहीं हो रहे तो फिर इस कार्यालय की जरूरत ही क्या है। अब तक केवल झूठे आश्वासन ही मिलते आए हैं। अगर इसी तरह अनदेखी जारी रही तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

    खरखौदा नगरपालिका पर पांच घंटे तक लटका ताला सोमवार को भले ही खुल गया, लेकिन साफ है कि पार्षदों और नपा प्रशासन के बीच टकराव और गहराने वाला है। क्योंकि मंगलवार को फिर से पार्षद धरना देने की बात कह रहे हैं, जबकि नपा सचिव की तरफ से मंगलवार को हाउस की बैठक रख दी गई है, जिसकी सूचना को भी पार्षदों ने सवीकार करने से मना कर दिया है।