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    गोहाना मंडी में इस कारण शुरू नहीं हो पाई धान की खरीद, किसानों की परेशानी बढ़ी

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 06:02 PM (IST)

    गोहाना मंडी में पीआर धान की आवक न होने से सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है। हैफेड को अभी तक चावल मिल आवंटित नहीं हुई है जिससे किसानों की परेशानी बढ़ सकती है। उपमंडल में लगभग 1.35 लाख एकड़ में धान की खेती की गई है जिसमें 18000 एकड़ में पीआर धान है। 1509 किस्म की आवक हो रही है जिसकी खरीद निजी एजेंसियां कर रही हैं।

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    गोहाना मंडी में पीआर धान की आवक न होने से सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गोहाना। गोहाना में जींद रोड स्थित नई अनाज मंडी में सोमवार को पीआर धान की आवक नहीं हुई, जिससे सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई। पीआर धान की खरीद हैफेड द्वारा की जानी है, लेकिन एजेंसी को अभी तक चावल मिल आवंटित नहीं हुई है। अगर धान की आवक शुरू हो जाती है और एजेंसी समय पर चावल मिल आवंटित नहीं कर पाती है, तो किसानों की परेशानी बढ़ सकती है।

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    उपमंडल के किसानों ने लगभग 1.35 लाख एकड़ में धान की खेती की है, जिसमें लगभग 18,000 एकड़ में पीआर धान की खेती होती है। पीआर धान की खरीद सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाती है, जबकि अन्य बासमती किस्मों की खरीद निजी व्यापारी करते हैं। धान की सरकारी खरीद सोमवार को आधिकारिक तौर पर शुरू हो गई।

    गोहाना मंडी में कोई भी किसान पीआर धान लेकर नहीं आया, जिससे खरीद खाता नहीं खुल सका। पीआर धान की खरीद हैफेड द्वारा की जाएगी, लेकिन एजेंसी को अभी तक चावल मिल आवंटित नहीं हुई है। 1509 किस्म की शुरुआती किस्म कई दिनों से मंडी में आ रही है और निजी एजेंसियां ​​इस धान की खरीद कर रही हैं।

    गोहाना मंडी में लगभग 6,500 क्विंटल धान की निजी तौर पर खरीद हो चुकी है। वर्तमान में धान की आवक बहुत कम है। हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारियों ने मंडी परिसर में सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।

    • 1.35 लाख एकड़ में धान की खेती की गई है
    • 18,342 एकड़ में पीआर धान की खेती की गई है
    • 3,308 किसानों ने पीआर धान के लिए पंजीकरण कराया है
    • बाईपास की हालत खस्ता, किसानों की परेशानी बढ़ रही है

    धान का सीजन शुरू हो गया है। अनाज मंडी में धान की आवक धीरे-धीरे बढ़ेगी। जींद-महम रोड और अनाज मंडी के बीच मिनी बाईपास की हालत खस्ता है। करीब डेढ़ महीने पहले पत्थर बिछाने के बाद बाईपास की एक लेन का काम छोड़ दिया गया था। बाईपास का काम पूरा न होने से मंडी में धान लाने वाले किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

    धान के सीजन को देखते हुए, मंडी की अधिकांश सड़कों की मरम्मत कर दी गई है और दो-तीन दिनों में काम पूरा हो जाएगा। सोमवार को पीआर धान की कोई आवक नहीं हुई।

    -सुरेश कुमार, सचिव, गोहाना, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड