Baroda By-Elections 2020: चौपालों में हुक्कों पर दावेदारों को लेकर घंटों तक चलती है बहस
बरोदा गांव में एक बैठक में हुक्के पर दस-बारह ग्रामीण बैठे थे। ग्रामीणों में चुनाव में दावेदारों को लेकर खूब चर्चा हो रही थी। बुजुर्ग तुसली ने कहा कि भाई हाथ और फूल वाली पार्टी में तो सारे दावेदार मजबूत लाग्यै सैं।
गोहाना (सोनीपत), जागरण संवाददाता। बरोदा उपचुनाव को लेकर किसी भी दल ने अब तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। इससे संभावित प्रत्याशियों को लेकर लोगों में खूब चर्चा हो रही है। गांवों में चौपालों व बैठकों में हुक्कों पर लोग में दावेदारों और संभावित प्रत्याशियों को लेकर बहस करने लग जाते हैं। लोग अपना-अपना पक्ष रख कर दावेदारों की स्थिति को मजबूत व कमजोर बता रहे हैं।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम स्थिति 16 अक्टूबर है। नामांकन दाखिल करने के लिए तीन ही दिन बचे हैं। अब तक किसी भी प्रमुख दल द्वारा अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। सभी दल एक-दूसरे के प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। दावेदार भले ही भागदौड़ कर रहे हैं लेकिन प्रत्याशी घोषित नहीं होने से गांवों में अब तक चुनावी रंगत अपेक्षाकृत कम है। फिलहाल लोग विभिन्न दलों के टिकटों के दावेदारों को लेकर चर्चा करते हैं।
बरोदा गांव में एक बैठक में हुक्के पर दस-बारह ग्रामीण बैठे थे। ग्रामीणों में चुनाव में दावेदारों को लेकर खूब चर्चा हो रही थी। बुजुर्ग तुसली ने कहा कि भाई हाथ और फूल वाली पार्टी में तो सारे दावेदार मजबूत लाग्यै सैं। बुजुर्ग के साथ बैठे एक अधेड़ ने कहा कि भाई हाथ वाली पार्टी में तो जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मेहरबानी होगी वही मजबूत है। हुड्डा के आशीर्वाद बिना कोए आ याड़े कुछ ना सै। युवक ने कहा कि इबकै आशीर्वाद तैं कौना काम बणै, कांटे की टक्कर होनी है। हुड्डा ने भी सोच समझ कर टिकट देनी होगी। अधेड़ ने एक दावेदार का नाम लेकर कह दिया तो भाई वो मजबूत है। युवक को यह बात रास ना आई।
युवक ने कहा दिया मजबूत कितना है एक बार निर्दलीय उतार कर देख ले। अधेड़ और युवक में दावेदार को लेकर बहस हो गई। बुजुर्ग ने फिर से मोर्चा संभाला और बीच-बचाव करके दोनों को शांत करवाया। फिर चर्चा हुई फूल वाली पार्टी के दावेदारों की। बैठक में बैठे एक दूसरे युवक ने कहा कि भाई पहलवान जी ही सबसे मजबूत लाग्यै सै। दो युवाओं ने इस पर सहमति जताई। तीसरा युवक बोल्या भाई पहलवान जी शरीफ हैं लेकिन राजनीति अनुभव कम है। बुजुर्ग ने कहा कि फूल वाली पार्टी के पास कई दावेदार हैं और उनमें कई मजबूत भी हैं।
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टिकट तो उसको मिलेगी जिसके भाग्य में होगी। एक युवक ने अपने नजदीकी दावेदार की टिकट पक्की बताई लेकिन दूसरों ने तर्क देकर उसकी बात काट दी। इससे नाराज युवक बैठक से उठ कर चला गया। ऐनक वाली पार्टी के दावेदारों को लेकर भी एक युवक ने जिक्र किया तो दूसरे बोले इबकै बात बननी मुश्किल है लेकिन किसे का खेल जरूर बिगाड़ देंगे। बैठक में करीब दो घंटे तक चर्चा चलती रही और एक-दूसरे दावेदार को मजबूत बताते रहे।