हरी-लाल चटनी खाने वाले रहें सावधान! प्रदूषण की जांच को पहुंची टीम हैरान; नष्ट करवाई 600 लीटर चटनी
सोनीपत में बाजार की हरी और लाल चटनी खाने से पहले सावधान रहें। जांच दल ने 600 लीटर मिलावटी चटनी नष्ट की। यह कार्रवाई मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ की ...और पढ़ें

जब्त की गई केमिकल से बनी चटनी। जागरण
संवाद सहयोगी, खरखौदा। औद्योगिक क्षेत्र फिरोजपुर बांगर में पहुंचकर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने बुधवार को एफएसओ विरेंद्र सिंह के साथ मिलकर चटनी बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा और चटनी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे।
टीम ने मौके पर मिली 600 किलो चटनी व आरारोट को नष्ट कर दिया गया। टीम ने फैक्ट्री मालिक को नोटिस थमाते हुए बगैर लाइसेंस से यूनिट चलाने व ग्रेप-4 लगा होने के बावजूद बॉयलर चलाने को लेकर जवाब भी मांगा है।
गौरतलब है कि 18 दिसंबर को सेंट्रल पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की टीम ने एसडीएम डा. निर्मल नागर की अगुवाई में औद्योगिक क्षेत्र फिरोजपुर बांगर में कार्रवाई की थी।
प्रदूषण की जांच में फंस गई फैक्ट्री
इस दौरान कई इकाइयों को प्रदूषण फैलाने की एवज में नोटिस देने व बंद कराने की कार्रवाई हुई थी। इसी जांच के दौरान यह चटनी बनाने वाली फैक्ट्री भी सामने आई थी। जिस पर एसडीएम डॉ. निर्मल नागर ने इस फैक्ट्री पर कार्रवाई के आदेश दिए थे। फैक्ट्री में बगैर टमाटर के अन्य सामग्री मिलाकर चटनी तैयार की जा रही थी।
बुधवार को मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम एफएसओ विरेंद्र सिंह के साथ मिलकर इस फैक्ट्री में पहुंची। टीम में सीएम फ्लाइंग इंस्पेक्टर विजेंद्र सिंह, राजेश व जितेंद्र शामिल रहे। टीम ने चटनी के सैंपल लिए, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
इसके साथ ही टीम ने मौके पर चलते मिले बायलर के साथ ही फैक्ट्री चलाने के लिए मालिक से लाइसेंस मांगा, लेकिन जब वह कोई लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर पाया तो उसे नोटिस थमाया गया। टीम ने मौके पर बैकेहो लोढ़र मशीन बुलाकर गड्ढा खुदवाया और मौके से बरामद चटनी व आरारोट को उसमें डलवाकर नष्ट कराया।

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