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    सोनीपत में एग्री स्टैक परियोजना का विस्तार, अब हर किसान को मिलेगी डिजिटल आईडी

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 06:14 PM (IST)

    सोनीपत जिले में डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत अब सभी 347 गांवों के किसानों की यूनिट आईडी (किसान रजिस्ट्री) बनाई जाएगी। एग्री स्टैक परियोजना के तहत यह ...और पढ़ें

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    एग्री स्टैक परियोजना के तहत जिले के सभी 347 गांवों में किसानों की यूनिट आइडी तैयार होगी।

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत अब जिले का हर किसान तकनीकी रूप से सशक्त होगा। एग्री स्टैक परियोजना के तहत जिले के सभी 347 गांवों में किसानों की यूनिट आइडी (किसान रजिस्ट्री) तैयार की जाएगी। शुरुआत में इसे केवल 11 गांवों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था, लेकिन किसानों के उत्साह और परियोजना की महत्ता को देखते हुए अब कृषि विभाग ने इसका दायरा पूरे जिले में बढ़ा दिया है।

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    एग्री स्टैक एक डिजिटल आधारभूत ढांचा है, जो किसानों को प्रमाणित और सुरक्षित डेटा के साथ जोड़ेगा। इस प्रणाली के माध्यम से किसानों की पहचान, जमीन का ब्योरा और फसल बुवाई का रियल टाइम डिजिटल रिकार्ड तैयार होगा। इससे न केवल सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचेगा, बल्कि फसल विविधीकरण और बाजार से जुड़ी जानकारियों में भी स्थानिक सटीकता सुनिश्चित होगी।

    दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में शुरू हुए पायलट प्रोजेक्ट के तहत तहसील सोनीपत के नसीरपुर बांगर, जगदीशपुर, गन्नौर के जफरपुर, डबरपुर, गोहाना के सिवानका, गंगेसर, खरखौदा के खुर्मपुर, छिनौली, राई के भैरा, बांकीपुर और सब-तहसील खानपुर कलां के भादोठी खास को चुना गया था। अब तक जिले में 5188 किसान आइडी तैयार की जा चुकी हैंं।

    कृषि उपनिदेशक प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी नियुक्त

    इस मिशन की सफलता के लिए प्रशासन ने व्यापक रूपरेखा तैयार की है। राजस्व विभाग मुख्य क्रियान्वयन एजेंसी के रूप में काम कर रहा है, जिसके तहत पटवारियों की ड्यूटी तय की गई है। कृषि उपनिदेशक को इस पूरे प्रोजेक्ट का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। गांवों में विशेष कैंप लगाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है और मौके पर ही आइडी बनाई जा रही हैं।

    डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत तैयार हो रही यूनिट आइडी किसानों के लिए भविष्य का आधार बनेगी। शुरुआत में 11 गांवों में अच्छा रुझान मिला, जिसके बाद अब जिले के सभी गांवों को शामिल कर अतिरिक्त टीमें लगा दी गई हैं। पांच हजार से अधिक आइडी बन चुकी हैं और जल्द ही लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। - डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत