'MP-MLA बनने का दिया लालच, लेकिन...'; डेरा प्रमुख का राजनीति पर कटाक्ष, एक बच्चे के GF वाले सवाल पर बोले- सबको बहन मानो
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें कभी पद की लालसा नहीं रही। उन्होंने कहा कि वह अपने अनुयायियों के चौकीदार और सेवादार हैं। गुरमीत सिंह ने अपने सत्संग में कई भजनों की व्याख्या की और कहा कि लोगों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को भी नहीं छोड़ा। लोग काफी देर तक सत्संग सुनते रहे।
जागरण संवाददाता, सिरसा। डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने सोमवार को सत्संग के दौरान राजनीति पर कटाक्ष किया। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान से दो दिन पहले गुरमीत ने कहा कि जब मैं पुराने डेरे में आया था तो गांव वालों ने मुझे कहा कि आपको गांव का सरपंच बना देते हैं।
फिर कहने लगे कि एमएलए या फिर एमपी बना देते हैं परंतु मुझे तो भक्ति करनी थी। मैं राजनीति की गाड़ी में चढ़ा ही नहीं और न ही मुझे कभी किसी पद की लालसा हुई। मैं तो आपका चौकीदार हूं आपका सेवादार हूं।
बता दें कि गुरमीत सिंह को लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले पैरोल और फरलो मिलती रही है। उसे अब तक 12 बार पैरोल और फरलो मिली है। अबकी बार भी डेरा प्रमुख को दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले 30 दिन की पैरोल मिली है। चुनावों में डेरे अनुयायियों को राजनीतिक विंग की ओर से एक पार्टी के पक्ष में मतदान करने का संदेश जाता रहा है।
डेरा प्रमुख ने सुनाया सत्संग
हालांकि डेरा सच्चा सौदा सदैव ऐसा संदेश भेजने से इंकार करता रहा है। मैं बड़े घर का बेटा हूं, मेरे पास 12030 बीघा जमीन गुरमीत सिंह ने सारी दुनिया खुश होगी नहीं, चाहे तुम कर लो कुछ भी सुनाया। भजन का व्याख्या करते हुए कहा कि लोगों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को भी नहीं छोड़ा। सीता माता पर भी कितने घिनौने आरोप लगाए थे।
गुरमीत ने कहा कि मैं बड़े घर का बेटा हूं, मेरे राजस्थान में 12030 बीघा जमीन है जिसमें अच्छी पैदावार होती है। लोग तो कहते हैं ऐसे कपड़े क्यों पहनता है इतनी महंगी जैकेट क्यों पहनता है। 40 मिनट में सवा 2 लाख लोगों का नशा छुड़वाया डेरा प्रमुख ने दावा किया कि रविवार के दिन नाम दान में मैंने 40 मिनट में 2 लाख 15 हजार से ज्यादा लोगों का नशा छुड़वाया। डेरा प्रमुख ने कहा कि मैं पशु पक्षियों से बहुत प्रेम करता हूं, तेरावास में सफेद कबूतर हैं।
कभी पढ़कर नहीं बोला, जो विचार आते हैं वही बोलते हैं
मैंने कहा आओ-आओ तो कबूतर आकर मुझसे लिपट गए। 2022 में मैं जब बरनावा आश्रम में गया था तो मेरी आवाज सुनकर घोड़े की आंखों में पानी आ गया। डेरा प्रमुख ने कहा कि मैं जो बोलता हूं वह कोई पढ़ के या रट कर नहीं आता। यहां बैठने के बाद जो विचार आते हैं वही बोलता हूं।
1948 से जो भी डेरे में इस गद्दी पर बैठकर बोला है वह कोई पढ़ कर नहीं बोला, जो विचार आते हैं वही बोलते हैं।सत्संग में हनी प्रीत आई हुई थी और उसके साथ एक सफेद रंग का पप्पी था, जिसके बारे में डेरा प्रमुख ने कहा कि यह मेरे साथ बहुत ज्यादा खेलता है तथा इसकी वीडियो क्लिप दिखाई।
वहीं सवाल जवाब के दौरान एक लड़के ने सवाल किया कि मेरे मम्मी पापा कहते हैं कि लड़कियों को फ्रेंड मत बनाओ। डेरा प्रमुख ने कहा कि जिससे शादी करनी है उसको छोड़कर सभी को बहन मानो और जो उम्र से बड़ी है उनका मां मानो और छोटी है उनको बेटी मानो।
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