हनीप्रीत के साथ राम रहीम ने जाना अनुयायियों का हाल, सुनाया चमत्कारी किस्सा; बताया कैसे बदल गया डेरा प्रमुख का ब्लड ग्रुप
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और उनकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत ने शुक्रवार को पैदल ही डेरा सिरसा का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अनुयायियों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। डेरा प्रमुख ने शाह सतनाम सिंह जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित भंडारे में सत्संग भी किया। हनीप्रीत ने डेरे के मानवता भलाई फंड में एक लाख छह हजार रुपये का दान दिया।
जागरण संवाददाता, सिरसा। डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह और उनकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत ने शुक्रवार को पैदल ही 10 से 15 मिनट सिरसा डेरे का निरीक्षण किया और अनुयायियों से उनका हाल चाल जाना।
इससे पहले गुरमीत सिंह ने शाह सतनामपुरा धाम में अपने गुरु शाह सतनाम के 106वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित भंडारे पर सत्संग किया। इस मौके पर डेरा प्रमुख की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत ने एक लाख छह हजार रुपये डेरे के मानवता भलाई फंड में जमा करवाए।
डेरा प्रमुख ने एमएसजी का समझाया मतलब
सत्संग के दौरान डेरे के पहले गुरु शाह मस्ताना, दूसरे गुरु शाह सतनाम और गुरमीत सिंह की पुरानी डाक्यूमेंट्री अनुयायियों को स्क्रीन पर दिखाई गई। डाक्यूमेंट्री में गुरुओं के गद्दी सौंपने के दृश्य दिखाए गए। डेरा प्रमुख ने कहा कि एमसजी का मतलब है शाह मस्ताना, शाह सतनाम और गुरमीत राम रहीम। यहीं मैसेंजर आफ गॉड है।
गुरमीत सिंह ने अनुयायियों को राजा और वजीर की कहानी सुनाई कि किस प्रकार राजा का अंगूठा कटने पर वजीर ने कहा कि जो भी होता है अच्छा ही होता है। इस पर राजा ने उसे कैद करवा दिया।
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'भगवान जो करता है वह अच्छा ही करता है'
जब राजा जंगल जा रहा था तो उसे कबीले वालों ने पकड़ लिया, लेकिन अंगूठा कटा होने के कारण उसकी बलि नहीं दी गई। इसके बाद उसे वजीर का कथन सही लगा और उसने उसे रिहा किया। इसलिए जो भी भगवान करता है वह अच्छा ही करता है। आगे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा।
डेरा प्रमुख ने अनुयायियों को कहा कि शाह सतनाम जी का ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव था। मैंने जब 1986 में अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया तो मेरा ब्लड ग्रुप ओ पोजिटिव था। लेकिन गद्दी मिलने के बाद ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव हो गया। हमने साइंस पढ़ी है।
बता दें कि डेरा प्रमुख राम रहीम को 30 दिनों की पैरोल मिली है। पहली बार उन्हें डेरा के कामों के लिए पैरोल मिली है। वह 30 दिनों के बाद फिर से रोहतक के सुनारिया जेल में हाजिर हो जाएंगे।
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