हरियाणा के डबवाली में जम्मू-तवी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश नाकाम, रेलवे ने बदली क्षतिग्रस्त पटरी
Haryana News जम्मू-तवी एक्सप्रेस को डबवाली में पलटने की साजिश रची गई थी। हरियाणा-पंजाब सीमा पर पत्थर के साथ बांधकर नुकीली धातु को रेल पटरी पर रखा गया था। इससे डबल इंजन के पहिये में छेद हो गया और 100 मीटर से ज्यादा लंबी रेल की पटरी भी क्षतिग्रस्त हो गई। जीआरपी डबवाली ने अज्ञात पर केस दर्ज किया है।

संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा)। जम्मू से चलकर अहमदाबाद जाने वाली जम्मू-तवी एक्सप्रेस को सिरसा के डबवाली में दो नवंबर को पलटाने की साजिश रची गई थी। हरियाणा-पंजाब सीमा पर स्वर्णभूमि के निकट पत्थर के साथ बांधकर नुकीली धातु को रेल पटरी पर रखा गया।
जम्मू-तवी आने से पहले राजस्थान के संगरिया स्टेशन पर जाने वाले डबल इंजन का पहिया पत्थर पर चढ़ गया। पत्थर पाउडर में बदल गया और धातु इंजन के पहिये से चिपक गई।
रेल की पटरी भी हुई क्षतिग्रस्त
धातु नुकीली से डबल इंजन के पहिये में छेद हो गया। पहिये के साथ चिपकी नुकीली धातु की रगड़ से 100 मीटर से ज्यादा लंबी रेल की पटरी भी क्षतिग्रस्त हो गई। पावर फेल होने से इंजन को डबवाली से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित वडिंगखेड़ा रेलवे फाटक पर रोका गया है।
यह भी पढ़ें- नूंह हिंसा के बाद बुलडोजर कार्रवाई से जुड़ी याचिका HC ने की खारिज, सुप्रीम कोर्ट के आदेश का दिया हवाला
रेलवे ने बाद में उस पटरी को बदला और जम्मू-तवी एक्सप्रेस को 30 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से निकाला गया, जबकि रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
जीआरपी डबवाली ने अज्ञात पर केस दर्ज किया है। जीआरपी डबवाली थाना प्रभारी लक्ष्मण ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है।
यह भी पढ़ें- हरियाणा में 69,325 लोगों के बनाए जाएंगे पक्के मकान, योजना का लाभ लेने के लिए पढ़ें क्या हैं शर्तें?
अभी यह नहीं कहा जा सकता कि जम्मू-तवी एक्सप्रेस को टारगेट किया गया था, लेकिन यह भी सच है कि उस समय जम्मू-तवी एक्सप्रेस डबवाली से निकलनी थी। मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही हैं। हालांकि, अभी तक इस बाबत कोई सुबूत नहीं मिला है।
पांच राज्यों को कवर करती है ट्रेन
जम्मू-तवी एक्सप्रेस सुबह 6.40 बजे बठिंडा से चलती है। फिर सिरसा के डबवाली आती है और यहां से गंगानगर होकर अहमदाबाद जाती है। देश के पांच राज्यों जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को कवर करते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचती है।
पटरी क्षतिग्रस्त हुई है। कोई रेलगाड़ी रफ्तार से निकलती तो पटरी टूट सकती थी। ट्रेन पलट सकती थी। समय पर जानकारी मिलने पर स्थिति को संभाला गया। इस मामले की जांच जीआरपी डबवाली द्वारा की जा रही है।
-एसके पासवान, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, रेलवे डबवाली
यह भी पढ़ें- हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, अब मकान बनाने के लिए मिलेगा 25 लाख का एडवांस लोन
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।