'हमारा कोई बेटा विदेश नहीं गया', अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवक के परिजन डरे-सहमे; आखिर क्यों नहीं दे रहे जानकारी?
अमेरिका से डिपोर्ट होकर हरियाणा लौटा युवक संदीप अपने परिवार को डरा-सहमा हुआ पाता है। परिजन किसी भी तरह की मीडिया कवरेज से इनकार करते हैं। गांव में चर्चा है कि युवक डंकी के जरिए अमेरिका गया था। एजेंट का फोन बंद है और उसका कोई पता नहीं है। पुलिस प्रशासन अलर्ट है और हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है।
विनोद जोशी, रोहतक। अमेरिका से डिपोर्ट हुए अवैध प्रवासी अब हरियाणा में पहुंचने शुरू हो गए हैं। रोहतक के चिड़ी गांव में युवक संदीप को रविवार को अमेरिका के विशेष विमान से अमृतसर छोड़ा गया है और वहां से अंबाला भेजा गया। जहां उन्हें पुलिस की कड़ी निगरानी में रखा गया है।
इस मामले में दैनिक जागरण संवाददाता युवक के घर गए तो परिवार के सदस्य डरे, सहमे हुए थे और बोले हमारा कोई बच्चा नहीं गया, यहां तक कि किसी भी प्रकार की कोई बात मीडिया से साझा करने से भी मना कर दिया। इस तरह परिवार के सदस्यों में भी काफी डर का माहौल बना हुआ है। गांव में भी खूब चर्चा हो रही है कि उन्हीं का बेटा डंकी के जरिए अमेरिका गया था।
एजेंट का फोन बंद, नहीं हो रहा है कोई संपर्क
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है और हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। युवक के जीजा राजेश दहिया ने एक वीडियो जारी कर कहा कि नवंबर 2024 में यहां से अमेरिका भेजा गया था और 25 जनवरी को अंतिम बार बातचीत हुई थी।
इसके बाद कोई बात नहीं हुई। इसके बाद एजेंट से भी बात की गई, लेकिन एजेंट का भी 27 जनवरी के बाद से फोन बंद आ रहा है। घर गए तो वहां ताला लगा मिला। एजेंट प्रमोद सरोहा सोनीपत का रहना वाला है और उन्होंने ही 65 लाख रुपये लेकर अमेरिका भेजा था और उन्होंने वहां काम दिलवाने व रहने की व्यवस्था की जिम्मेदारी ली थी।
एजेंट के घर लगा ताला
युवक के जीजा राजेश ने वीडियो में यह भी बताया कि जब एजेंट के घर गए तो वहां ताला लगा हुआ मिला। अब एजेंट कहां है, इसका कोई पता नहीं है। जैसे ही अमेरिका का विशेष विमान अमृतसर पहुंचा तो हम तुरंत वहां के लिए रवाना हो गए।
वहां एक अधिकारी का फोन भी हमारे पास आया, यहां अब साले पर अधिकारियों की ओर से दबाव बनाया जा रहा है कि वह उन्हीं एजेंट का नाम बताए जिसे हम बताएंगे। इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं।
जमीन व गहने गिरवी रखकर भेजा था अमेरिका
युवक के जीजा ने वीडियो में बताया कि परिवार के सदस्यों ने युवक को जमीन व गहने गिरवी रखकर विदेश भेजा था। इस दौरान एजेंट ने पूरी जिम्मेदारी ली थी और अब फोन तक बंद आ रहा है। ऐसे में साले से बातचीत तक नहीं होने दी जा रही।
अब लाखनमाजरा पुलिस की कड़ी देखरेख में युवक को रखा गया है। हालांकि पुलिस भी इस मामले में खुलकर नहीं बोल रही है।
एजेंटों की कुंडली खंगालने में जुटी पुलिस
अब अवैध तरीके से विदेश भेजने वाले एजेंटों की कुंडली खंगालने के लिए पुलिस ने एक लिस्ट तैयार की है, जिसमें ज्यादातर एजेंट अवैध तरीके से विदेश भेजने का काम कर रहे थे, हालांकि सार्वजनिक तौर पर पुलिस ने कोई लिस्ट जारी नहीं की है।
वहीं पुलिस अब विदेश से आने वाले युवाओं से भी पूछताछ करेगी, ताकि फर्जी एजेंट का भंडाफोड़ हो सके। कई ऐसे एजेंट भी है जो जिनके तार दूसरे राज्यों से जुड़े हुए है जो कमिशन के तौर पर काम करते है।
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