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    होनहार खिलाड़ियों के गांव चिड़ी का भाईचारा भी है मजबूत

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 30 Nov 2021 06:31 PM (IST)

    महम-गोहाना रोड पर स्थित गांव चिड़ी जिला व राज्य ही नहीं बल्कि भारत में अपनी विशेष पहचान रखता है। इस गांव के खिलाडियों ने खेलों में अपना वर्चस्व स्थापित किया हुआ है। यहां के होनहार खिलाड़ी ब्लाक स्तर से लेकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बना चुके हैं। इस गांव का भाईचारा सदियों से ही मजबूत रहा है। यहां रहने वाले हर धर्म व समुदाय के लोग मिल जुलकर रहते हैं।

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    होनहार खिलाड़ियों के गांव चिड़ी का भाईचारा भी है मजबूत

    अनीता सिंहमार, महम : महम-गोहाना रोड पर स्थित गांव चिड़ी जिला व राज्य ही नहीं बल्कि भारत में अपनी विशेष पहचान रखता है। इस गांव के खिलाडियों ने खेलों में अपना वर्चस्व स्थापित किया हुआ है। यहां के होनहार खिलाड़ी ब्लाक स्तर से लेकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बना चुके हैं। इस गांव का भाईचारा सदियों से ही मजबूत रहा है। यहां रहने वाले हर धर्म व समुदाय के लोग मिल जुलकर रहते हैं।

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    ग्रामीणों का कहना है कि गांव चिड़ी अब से लगभग 500 वर्ष पूर्व बसाया गया था। इस गांव की आबादी लगभग 15 हजार है। लगभग 7 हजार 750 वोट हैं। गांव के गौरव पट पर लिखे गांव के इतिहास के अनुसार इस गांव में दलाल गौत्र के पूर्वज भोजा सबसे पहले आए थे। उन्होंने इस गांव को बसाया था। गांव के ब्लाक समिति के पूर्व चेयरमैन धर्मपाल उर्फ काला दलाल ने बताया कि उनके पूर्वज गांव छारा जिला झज्जर से आए थे। उनके साथ अन्य समुदायों के लोग भी साथ आए थे। इस गांव में दलाल गौत्र के परिवार अधिक मात्रा में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके गांव में वर्षाें से ही पहलवान रहे हैं। जिन्होंने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। गांव चिड़ी में लगभग सभी समुदायों के लोग रहे हैं जिनका आपस में भाईचारा बहुत मजबूत है। किसी भी समुदाय के साथ कोई समस्या होती है तो पूरे गांव के लोग उसे मिलकर उसका हल करते हैं।

    गांव में हैं ये सुविधाएं

    गांव में शिक्षा के लिए लड़के एवं लड़कियों के लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बने हुए हैं। मिडिल स्कूल व दो प्राइमरी स्कूल हैं। गांव में पेयजल के लिए एक जलघर व तीन बूस्टर हैं। हर समुदाय की चौपाल है। सभी गलियां पक्की हैं। गांव के चारों ओर पशुओं के लिए तालाब हैं। एक सीएचसी बनी हुई है। गांव में पूजा अराधना के लिए भव्य शिव-गौरी मंदिर, रविदास मंदिर, गोगा मंदिर, बाबा भनुवाला मंदिर व बाबा खाड़ा मंदिर बने हुए हैं।

    ये खिलाड़ी कर चुके हैं नाम रोशन

    गांव में पहलवान महेंद्र सिंह, सूबे सिंह व चिरंजी लाल जबकि एथलेटिक्स में जगबीर सिंह राष्ट्रीय खिलाड़ी रहे हैं। वहीं हैंडबाल में डीएसपी यशवंत, कबड्डी में रवि दलाल, हाकी में सुनीता दलाल व कमला दलाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गांव का नाम रोशन कर रहे हैं। इनके अलावा पैराओलंपिक में दो बार डिस्कस थ्रो में मेडल जीतकर कर्मज्योति गांव व देश का नाम रोशन कर चुकी हैं।

    राजनीति व सेना से भी अछूता नहीं है गांव

    राजनीति स्तर पर भी इस गांव की पहचान है। गांव के राज सिंह दलाल महम हल्के से विधायक रह चुके हैं जबकि गावं के ही धर्मपाल ऊर्फ काला ब्लाक समिति लाखनमाजरा के चेयरमैन रह चुके हैं। सेना में कर्नल चंद्र सिंह, कर्नल पाला राम, कर्नल तिजेन्द्र सिंह सेवाएं दे चुके हैं। गांव के ही हरियाणा पुलिस के दो जवान रामकिशन व राजसिंह शहीद हो चुके हैं।