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    रोहतक में तीरंदाजी कोच को होम लोन के नाम पर ठगा, सगे भाई-बहन ने हड़पे 11.50 लाख रुपये; दोनों के खिलाफ FIR दर्ज

    By Rajat MouryaEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Sat, 10 Jun 2023 01:53 PM (IST)

    रोहतक में इंटरनेशनल लेवल के तीरंदाज से ठगी का मामला सामने आया है। आरोपित सगे भाई-बहन ने कोच से होम लोन दिलाने के नाम पर 11.50 लाख रुपये की ठगी की है। दोनों के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

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    रोहतक में तीरंदाजी कोच को होम लोन के नाम पर ठगा

    रोहतक, जागरण संवाददाता। इंटरनेशनल लेवल के तीरंदाज गांधरा निवासी राजेश कुमार के साथ होम लोन के नाम पर 11.50 लाख रुपये की ठगी हुई है। मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने गढ़ी बोहर निवासी सगे भाई-बहन नीरज और दिव्या पर केस दर्ज किया है। दिव्या शादीशुदा है।

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    तीरंदाज राजेश कुमार इस समय खेल विभाग में बतौर कोच सेवाएं दे रहे हैं और उनकी पोस्टिंग करनाल में है। पुलिस को दी शिकायत में राजेश कुमार ने बताया कि वो रोहतक के न्यू विशाल नगर में एक किराए के मकान में रह रहे हैं। आरोपित नीरज से उनकी ठगी के झांसे में आने से कुछ समय पहले ही मुलाकात हुई थी। बाद में नीरज ने अपनी बहन दिव्या से उसे मिलवाया था।

    राजेश ने पुलिस से कहा कि दिव्या को नीरज ने बैंक का कर्मचारी बताया। बाद में दोनों भाई-बहन ने उसे होम लोन दिलवाने के झांसे में लिया और करीब साढ़े 11 लाख रुपये ले लिए। बाद में उसे पता चला कि आरोपित दिव्या बैंक में काम ही नहीं करती है। दोनों आरोपितों ने पीड़ित राजेश को एक कार लोन के एक बैंक क्लीयरेंस की फर्जी एनओसी भी दी। पुलिस केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच कर रही है।

    तीरंदाजी कोच राजेश के अनुसार, आरोपितों ने दिव्या को जिस बैंक में कार्यरत बताया था उसमें उनका एक कार लोन चल रहा था। उसने दिव्या को उसके कार लोन की किश्त ओवरड्यू होने के चार्ज की माफी के लिए कहा था। ये चार्ज साढ़े सात हजार रुपये का था। कुछ समय बाद दिव्या ने कहा कि उसने चार्ज माफ करा दिए हैं और किश्त भर दी है, लेकिन उसने रसीद नहीं दी।

    होम लोन के लिए कराया अप्लाई, दूसरा लोन करा उसके पैसे ले लिए

    कोच राजेश के अनुसार, कुछ समय बाद दिव्या ने उसे कहा था कि भाई किराए के मकान में क्यों रहते हो। मैं बैंक में काम करती हूं आप अपना खुद का घर बना लो। मैं होम लोन करा दूंगी। पीड़ित का कहना है कि इसके बाद दिव्या व नीरज ने पहले उसका कार लोन क्लीयर कराने के नाम पर रुपये लिए। यहां तक की उसे कार लोन क्लीयरेंस की बैंक से एक एनओसी भी लाकर दी।

    इसके बादस, एक लोन साढ़े आठ लाख रुपये का कराया। इसमें से छह लाख रुपये अपने पास रख लिए और कहा कि होम लोन कराने के साथ ये पैसे चुका देंगे। होम लोन के फाइल चार्ज के 82 हजार रुपये अलग से ले लिए। ऐसे में राजेश से कुछ साढ़े 11 लाख रुपये ले लिए।

    बैंक कर्मचारी कार की किश्त लेने पहुंचे तो खुला भेद

    कोच राजेश ने बताया कि होम लोन के लिए अप्लाई कराने के कुछ समय बाद उसके पास बैंक कर्मी पहुंचे। उन्होंने कार लोन की किश्त ओवरड्यू होने के बारे में कहा। राजेश ने बताया कि उसने तो पूरा लोन क्लीयर कर दिया है। उसकी एनओसी बैंक को दिखाई तो उन्होंने एनओसी फर्जी बताई।

    साथ ही ये भी बताया कि उनके यहां दिव्या नाम से कोई कर्मी नहीं है। राजेश के अनुसार उसने दिव्या व नीरज से जब पैसे मांगे तो पहले तो वो उसे गुमराह करते रहे बाद में धमकी देकर पैसे देने से मना कर दिया।

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