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    मर्डर कर सामान छिपाया और सूटकेस फेंक आया... आरोपी सचिन ने कैसे की थी हिमानी की हत्या? पढ़िए पूरा घटनाक्रम

    Updated: Tue, 04 Mar 2025 06:17 AM (IST)

    आरोपी सचिन झज्जर के खैरपुर गांव का रहने वाला है। 28 फरवरी को जब पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद बढ़ा तो सचिन ने हिमानी के हाथ चुन्नी से बांध दिए और चार्जर के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। वह फेसबुक के जरिये हिमानी के संपर्क में आया था। एसआईटी और रोहतक पुलिस की स्पेशल क्राइम की आठ टीमें हिमानी की हत्या की गुल्थी सुलझाने में जुटी थी।

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    आरोपी की कानौंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, रोहतक। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी का हाथ पकड़कर चलने पर चर्चा में आई कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या में उसके दोस्त को ही गिरफ्तार किया गया है। आरोपी 30 वर्षीय सचिन उर्फ ढिल्लू ने 10 साल पहले प्रेम विवाह किया था और दो बच्चों का पिता है।

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    फेसबुक के जरिये डेढ़ साल पहले वह हिमानी के संपर्क में आया। स्वजन के दिल्ली में रहने के कारण हिमानी घर में अकेली रहती थी, जहां सचिन आता रहता था। पुलिस ने उसे दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड पर लिया है।

    झज्जर के खैरपुर गांव का रहने वाला है आरोपी

    एडीजीपी केके राव ने बताया कि आरोपी सचिन झज्जर के खैरपुर गांव का रहने वाला है। उसकी कानौंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है। जांच में सामने आया है कि वह 27 फरवरी की रात 9 बजे से ही हिमानी के साथ घर पर था। इसके बाद 28 फरवरी को दिन में पैसे के लेन-देन को लेकर उनका आपस में झगड़ा हो गया।

    तीन दिन पहले ही हिमानी ज्वेलर्स के पास पुरानी चेन और एडवांस के 70 हजार रुपये देकर नई चेन बनवाने ऑर्डर देकर आई थी। अब 28 फरवरी को जब पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद बढ़ा, तो सचिन ने हिमानी के हाथ चुन्नी से बांध दिए और चार्जर के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। सचिन के हाथ में हल्की चोट आई है, जिससे अनुमान है कि हिमानी ने अपने बचाव की कोशिश की थी।

    अपनी दुकान में छिपाकर आया सामान

    • हत्या के बाद आरोपी ने हिमानी के हाथ से अंगूठियां उतारकर अलमारी के ऊपर रखे नीले रंग के सूटकेस में शव को पैक किया। हिमानी की स्कूटी से करीब 42 किलोमीटर दूर कानौंदा स्थित अपनी दुकान पर गया और सामान को छिपा दिया। शव को ठिकाने लगाने के लिए 28 फरवरी रात करीब 10 बजे स्कूटी से वापस हिमानी के घर पहुंचा।
    • रात करीब 11 बजे शव से भरा सूटकेस निकाला और एक ऑटो से रोहतक के दिल्ली बाईपास पहुंचा। वहां से 25 किमी दूर सांपला के लिए बस पकड़ी। रात करीब 12 बजे सांपला बस स्टैंड के पास फ्लाईओवर के साथ लगते सुनसान क्षेत्र में सूटकेस को फेंककर अपने घर गया था। एक मार्च की सुबह तक घर में रहा। उस पर घरवालों को कोई शक नहीं हुआ। जब सुबह करीब 11 बजे पुलिस को सूटकेस में हिमानी का शव मिला और यह खबर फैल गई तो सचिन भी घर से निकल गया।
    • एसआईटी और रोहतक पुलिस की स्पेशल क्राइम की आठ टीमें हिमानी की हत्या की गुल्थी सुलझाने में जुटी थी। रोहतक के विजयनगर की गली नंबर छह में हिमानी के घर के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे की पुलिस ने फुटेज चेक की तो 24 सेकंड के वीडियो में आरोपित नीले रंग के सूटकेस को 28 फरवरी की रात पैदल ले जाता हुआ दिखाई दिया है। वहीं, हिमानी के मोबाइल फोन को सचिन अपने साथ ले गया था।

    मां ने जताया था पार्टी वर्कर पर हत्या का अंदेशा

    हिमानी की मां सविता रानी ने कांग्रेस वर्कर पर ही हत्या का अंदेशा जताया था। कहा था कि उनकी बेटी दस साल से कांग्रेस की कार्यकर्ता थी। पार्टी के लिए दिन-रात मेहनत करती थी। उसके पार्टी में तेजी से आगे बढ़ने के कारण आफिस में भी कहासुनी हो जाती थी। हो सकता है, पार्टी वर्कर या कोई अन्य ही उसका दुश्मन बना।

    इतना ही नहीं, सविता ने बेटी का अंतिम संस्कार करने से भी इन्कार कर दिया था। अब हत्यारोपी की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को चार बजे अस्पताल से शव लेकर गए और करीब साढ़े पांच बजे वैश्य कॉलेज स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।

    हिमानी के शव को भाई जतिन ने मुखाग्नि दी। उधर, सचिन की गिरफ्तारी के बाद से उसके माता-पिता सहमे हुए हैं। पत्नी बच्चों को लेकर मायके गई है। सचिन के पिता देवेंद्र और मां का कहना है कि उन्हें इस मामले में कुछ पता नहीं।

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