Haryana Politics: 'नेहरू एक्सीडेंटल PM', मनोहर लाल बोले- भीमराव आंबेडकर थे हकदार; हुड्डा ने किया पलटवार
Haryana News केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जवाहरलाल नेहरू को एक्सीडेंटल पीएम बताकर विवाद खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि नेहरू के स्थान पर सरदार वल्लभभाई पटेल या डॉ. भीमराव आंबेडकर भी प्रधानमंत्री बनने के हकदार थे। मनोहर लाल ने यह बात रोहतक में संविधान गौरव समारोह एवं राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
जागरण संवाददाता, रोहतक। केंद्रीय ऊर्जा, आवासन और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने जवाहर लाल नेहरू को एक्सीडेंटल पीएम बताते हुए कहा कि उनके स्थान पर कोई प्रधानमंत्री बनने का हकदार हो सकता था। सरदार वल्लभ पटेल या फिर डॉ. भीमराव आंबेडकर भी हो सकते थे।
डॉ. भीमराव आंबेडकर की भूमिका नेहरू से कम नहीं थी। मनोहर लाल रविवार को रोहतक स्थित एमडीयू के टैगोर सभागार में आयोजित संविधान गौरव समारोह एवं राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
'हमारा संविधान लोकतंत्र का रक्षक'
वहीं, पत्रकार वार्ता में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पलटवार करते हुए मनोहर लाल को एक्सीटेंडल सीएम बताया। मनोहर लाल ने कहा कि समाज और राष्ट्र को स्वामी विवेकानंद और बाबा साहेब ने नई दिशा दी। समाज कल्याण तथा राष्ट्र उत्थान में इन दोनों महान विभूतियों का विशेष, अतुलनीय योगदान है।
उन्होंने कहा कि हमारा संविधान लोकतंत्र का रक्षक है। संविधान स्वतंत्र भारत की गीता है। जिस प्रकार से गीता जीवन का सार ग्रंथ है, उसी प्रकार से संविधान हमारे जीवन का आधार है। संविधान को समाप्त करने या उसे बदलने की कोई परिकल्पना नहीं कर सकता है। देश को दिए उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
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मनोहर लाल को ऐसी बातें करते हुए शोभा नहीं देता: हुड्डा
इधर डी पार्क स्थित आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री नहीं थे, मनोहर लाल जो स्वयं एक्सीडेंटल सीएम बने उन्हें ऐसी बातें करते हुए शोभा नहीं देती।
हुड्डा ने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर का कांग्रेस में पूरा आदर व मान-सम्मान था। भाजपा बेवजह के आरोप लगाती है। एक देश-एक चुनाव को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि केंद्र सरकार संविधान के खिलाफ काम कर रही है। बता दें कि इससे पहले भीमराव आंबेडकर को लेकर काफी विवाद हुआ था।
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