गुरमीत राम रहीम ने वकीलाें से कहा- कुछ भी करो, लेकिन जेल से बाहर निकालो
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आने को बेचैन है। वह अब जमानत के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहा है। अपने वकीलों से उसने कहा कि कुछ भी करो, लेकिन जेल से बाहर निकालो।
जेएनएन, रोहतक। दो साध्वियों से दुष्कर्म मामले में 20 साल कैद की सजा काट रहा गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर निकलने को बेचैन है। वह अौर उसके वकील अब जमानत के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। जेल में उससे मिलने तीन वकील पहुंचे। वकीलों ने उससे करीब आधे घंटे तक बातचीत की। बताया जाता है कि वकीलों से गुरमीत ने कहा कि वे चाहे कुछ भी करें, उसे जेल से बाहर निकालें।
जेल सूत्रों का कहना है कि करीब 20 पन्नों की एक फाइल पर गुरमीत सिंह ने हस्ताक्षर भी किए हैं। हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी कि वह वकालतनामा था या फिर कोई और कागजात थे। 25 अगस्त को पंचकूला की सीबीआइ अदालत के द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद से डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुमरीत राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में ही बंद है।
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इसी जेल में सीबीआइ अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने उसे दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 10-10 साल की कैद की सजा सुनाई थी। उसे सुनारिया जेल में अलग बैरक में रखा गया है। जेल सूत्रों ने बताया कि अधिवक्ता गुरदास सिंह और दो अन्य वकील जेल में गुरमीत सिंह से मिलने पहुंचे। आधे घंटे तक तीनों वकीलों की गुरमीत सिंह से मुलाकात हुई। तीनों वकीलों ने करीब 20 पेज की एक फाइल पर हस्ताक्षर भी कराए। बाकी समय में तीनों अधिवक्ता जेल प्रशासन से मिले और कुछ कागजी प्रक्रिया पूरी की। सूत्रों का कहना है कि गुरमीत सिंह हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाला है।
16 सितंबर को हत्या मामलों में है सुनवाई
दरअसल, 16 सितंबर को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत की हत्या मामले में गुरमीत की पंचकूला सीबीआइ कोर्ट में पेशी है। इसलिए अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि अफसर इस तैयारी में लगे हुए हैं कि उनकी यह तारीख वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए कराई जाए, लेकिन सुनारिया जेल में इसकी सुविधा नहीं है। इसलिए जेल प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखकर जेल में अलग से एक हॉल बनाने की मांग की है। हालांकि पीडब्ल्यूडी की तरफ से अभी हरी झंडी नहीं मिली है।
आइजी और एसपी की जेल पर नजर
वर्तमान में जेल आइजी जगजीत सिंह, आइजी नवदीप सिंह विर्क और एसपी पंकज नैन जेल की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। वह हर रोज जेल में जाते है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अफसरों के साथ बैठक करते हैं। बृहस्पतिवार को भी दोनों आइजी जेल में पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था को परखा।
जेल में नहीं पहुंचे परिजन
जेल नियमों के आधार पर गुरमीत राम रहीम से सोमवार या फिर बृहस्पतिवार को ही मिला जा सकता है। संभावना जताई जा रही थी कि गुरमीत के परिजन बृहस्पतिवार को मिलने के लिए पहुंचेंगे, लेकिन कोई नहीं पहुंचा।
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