युवती ने संबंध बना लाखों लूटे, फिर परिवार भी करने लगा ब्लैकमेल
युवती ने संबंध बनाकर ठेकेदार से लाखों का मकान बनवा दिया। इसके बाद उसका परिवार ठेकेदार को एससीएसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगा। ...और पढ़ें

जेएनएन, रोहतक। युवती के एक ठेकेदार से संबंध बन गए। इसके बाद उसने उसे ब्लैकमेल कर अपने लिए लाखों का मकान बनवा दिया। ठेकेदार के परिजनों को जब इसका पता चला तो उन्होंने युवती के परिजनों से बात की, लेकिन युवती के परिजन उल्टा उन्हें एससी एसटी एक्ट में फंसाने का जाल बुनने लगे। उन्होंने कहा कि वह परिवार को 95 लाख रुपये दें, नहीं तो वह उन पर केस दर्ज कर लेंगे। सौदे के मुताबिक तीन लाख रुपये एडवांस देने थे। एडवांस की रकम लेते वक्त भाई-बहन को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने यह रेड कैनाल रेस्ट हाउस में चल रही महिला आयोग की सुनवाई के दौरान मारी, जिससे वहां भी हड़कंप मच गया। परिवार वाले इधर हंगामा करते रहे, उधर पुलिस आरोपियों को पकड़कर थाने में ले गई और उनके खिलाफ ब्लैकमेल कर ठगी करने का मुकदमा दर्ज कर लिया।
सरकारी ठेकेदार के रुप में काम करने वाले महेंद्र कुमार देवी विहार कॉलोनी में रहते हैं। उनके एक परिचित ने रवि नाम के एक युवक को उनके पास सुपरवाइजर के तौर पर काम करने के लिए रखवा दिया। आदमी की जरूरत होने पर महेंद्र ने रवि को नौकरी दे दी। फिर, धीरे-धीरे वह रवि की बड़ी बहन के संपर्क में आया और उनका अफेयर शुरू हो गया और अवैध संबंध बन गए।
अपने अवैध संबंधों का फायदा उठाकर युवती ने करीब ढाई सौ गज के प्लॉट पर महेंद्र से 55 लाख रुपये की लागत से घर बनवा लिया। युवती के संबंध के बारे में जब महेंद्र की पत्नी को पता लगा तो उसने उसे समझाया। महेंद्र ने बताया कि वह ब्लैकमेल का शिकार है। इसके बाद महेंद्र के परिजन करीब तीन महीने पहले युवती, उसकी बहन शालू और भाई रवि को समझाने के लिए घर पहुंचे।
इसी दौरान आरोप है कि युवती के परिजनों ने महेंद्र के परिजनों के साथ मारपीट की और धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। फिर, थाने में जाकर महेंद्र और उनके परिजन समेत 19 लोगों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करा दिया। अब इसी केस को वापस लेने के नाम पर महेंद्र से पैसों की बार-बार डिमांड कर रहे थे।
केस को वापस लेने के नाम पर युवती के भाई ने पैसों की मांग की थी। इसमें पहले तो एडवांस के तौर पर तीन लाख रुपयों में बात हुई थी। बाकी पैसे केस वापस लेने के बाद देना तय हुआ था। ठगी की इस बात को महेंद्र ने एसपी पंकज नैन से बताई।
जैसे ही पुलिस ने मीनाक्षी के भाई रवि और बहन शालू को रंगे हाथ पकड़ा तो मौके पर मौजूद युवती और उनकी मां वीरमति ने हंगामा कर दिया। महिला आयोग की सुनवाई के दौरान अचानक से रेड डाल कर आरोपी को पकड़ने पर युवती और उसकी मां वीरमति ने पुलिस वालों पर महेंद्र से पैसे ऐंठने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। इस दौरान करीब घंटेभर तक गहमागहमी रही। हालांकि राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन ने किसी तरह से मामला संभाला और पुलिस को सुरक्षा कड़ी कर सुनवाई जारी रखी। इसके बाद पुलिस ने दोनों ही महिलाओं को वहां से निकाला।

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