रेवाड़ी: आत्महत्या करने वाले दंपती की अंतिम इच्छा की गई पूरी, एक ही चिता पर किया गया अंतिम संस्कार
रेवाड़ी में आत्महत्या करने वाले दंपती की अंतिम इच्छा पूरी की गई। उन्होंने सुसाइड नोट में एक ही चिता पर अंतिम संस्कार करने की बात कही थी। परिवार ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर है और लोग उनके अटूट प्रेम की चर्चा कर रहे हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, धारूहेड़ा। संतोष काॅलोनी में किराये के कमरे में रहने वाले दंपती द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद स्वजन ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरी करते हुए दोनों का एक ही अर्थी और एक ही चिता पर रविवार को अंतिम संस्कार किया। मरने से पहले दोनों ने एक पत्र में लिखा था, '...हम दोनों को एक ही अर्थी पर साथ लिटा देना...।' फिलहाल, इस भयावह कदम को उठाने का कारण पता नहीं चल सका है।
इससे पहले धारूहेड़ा थाना पुलिस ने सामान्य कार्रवाई करते हुए दोनों के शव को स्वजन को सौंपा था। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है। हालांकि, पुलिस पूछताछ में शादी के पांच साल बाद भी बच्चा नहीं होने के कारण दोनों के परेशान होने की बात जरूर सामने आई है।
बता दें कि मध्यप्रदेश के सागर जिले में गांव बरपानी के रहने वाले 25 वर्षीय राजकुमार और 22 वर्षीय उसकी पत्नी हाली ने शनिवार को संतोष काॅलोनी स्थित किराये के कमरे में एक ही फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली थी।
उनके पास से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें लिखा था, 'दोनों अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं। हम दोनों को एक ही अर्थी में साथ लिटा देना और हमारा सारा सामान मेरे छोटे भाई को दे देना।'
रविवार को पुलिस ने दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराया और स्वजन के बयान पर सामान्य कार्रवाई करते हुए शव सौंप दिए। राजकुमार के पिता गणेश भी संतोष काॅलोनी में ही स्वयं का मकान बनाकर रह रहे हैं।
गणेश ने अपने बेटे और बहू द्वारा सुसाइड नोट में लिखी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए दोनों का एक चिता पर कस्बे के नगर पालिका के पास स्थित शमशान भूमि में अंतिम संस्कार किया।
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