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    Rewari News: आवारा पशुओं का आतंक, कई वाहनों के शीशे तोड़े; लोगों में दहशत का माहौल

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 04:55 PM (IST)

    रेवाड़ी के धारूहेड़ा में आवारा पशुओं का आतंक बढ़ गया है। रविवार को सेक्टर-4 में पशुओं की लड़ाई में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। स्थानीय लोग प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं क्योंकि सड़कों पर पशुओं के झुंड के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि जल्द ही टेंडर जारी कर पशुओं को गोशाला में भेजा जाएगा।

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    धारूहेड़ा में बेसहारा पशुओं का आतंक। सोशल मीडिया

    संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा (रेवाड़ी)। रेवाड़ी के कस्बे में बेसहारा पशुओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बेसहारा पशुओं के कारण आए दिन कस्बे में लोगाें को घायल करने और वाहनों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं हो रही हैं, जिसके चलते स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है।

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    रविवार शाम को सेक्टर-4 में चार बेसहारा पशुओं की आपस में लड़ाई हो गई। पशु लड़ते-लड़ते नजदीक ही खड़ी गाड़ियों के पास पहुंच गए और उनके शीशे तोड़ दिए। गनीमत रही कि मौके पर खेल रहे बच्चे और बैठे बुजुर्ग बाल-बाल बच गए। पशुओं की चपेट में आने से बड़ी घटना हो सकती थी।

    स्थानीय लोगों का कहना है कि दिनभर झुंड में पशु गलियों और सड़कों पर घूमते रहते हैं, जिसके चलते हर समय हादसा होने का भय बना रहता है। बताया कि आए दिन पशुओं के झुंड सड़कों पर घूमते हैं, जिससे हादसे का खतरा हमेशा बना रहता है।

    सड़कों पर बैठे पशु लोग परेशान

    सेक्टर चार आरडब्ल्यूए के प्रधान नरेंदर यादव ने बताया की नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते बेसहारा पशुओं की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बास रोड के साथ ही सेक्टरों की सड़कों पर दिनभर बेसहारा पशु बैठे रहते हैं, जिसके चलते न केवल सड़क पर जाम लग जाता है बल्कि हर समय हादसा होने का भी भय बना रहता है।

    कई बार शिकायत करने के बावजूद इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोग खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कस्बे से बेसहारा पशुओं को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उनके लिए ठोस प्रबंधन किया जाए, ताकि आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

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    31 जुलाई को पशुओं को पकड़ने का टेंडर खत्म हो गया था। आनलाइन नया टेंडर लगाया हुआ है अभी तक किसी एजेंसी की ओर से टेंडर के लिए आवेदन नहीं किया गया है। टेंडर छूटते ही पशुओं को पकड़वाकर गोशाला में भेजने का कार्य पुन: शुरू कराया जाएगा। - मोहित, नपा सचिव धारूहेड़ा