Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैंसर के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता, चौंका देंगे रेवाड़ी से सामने आए ये आंकड़े

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 04:55 PM (IST)

    रेवाड़ी में तंबाकू उत्पादों के सेवन से कैंसर के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई गई है। सरकार ने इनकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है लेकिन फिर भी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि तंबाकू गुटखा और पान मसाले के सेवन से मुंह गला फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

    Hero Image
    चिंता: शौक के स्वाद में हर माह बन रहे नाक, गला, मुंह के 50 से ज्यादा कैंसर मरीज

    ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी। शौक के लिए आरंभ हुआ जुबान का स्वाद धीरे-धीरे जानलेवा साबित हो रहा है। बेहतर होगा समय रहते गुटखा, सिगरेट, तंबाकू उत्पादों का स्वाद पर अंकुश लगाकर अपने जीवन की सुरक्षा करने के साथ स्वजन की परेशानी भी कम करें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बताया गया कि साथियों की संगत, तनाव मुक्ति के नाम पर सेवन किया जाने वाला तंबाकू, गुटखा, धूमपान, हुक्का आदि सेवन की आदतें सुधारने के लिए स्वयं ही पहल करनी होगी। ऐसा नहीं करेंगे तो कैंसर की चपेट में आने में देर नहीं लगेगी। जिले में हर माह 40 से 50 सिर्फ मुंह, गला, नाक कैंसर के मरीज नए आ रहे हैं।

    वहीं, इनके सेवन से फेफड़े, गुदा आदि के कैंसर मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसी चिंताजनक स्थिति को देखते हुए सरकार ने पान, गुटखा, तंबाकू आदि की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया है। यह प्रतिबंध पहले भी लगता रहा है। इसके बावजूद पहले से ज्यादा बिक्री हो रही है।

    स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि प्रारंभिक चरण में पहचान होती है तो प्रथम और द्वितीय चरण के कैंसर में ही रोका जा सकता है। तृतीय और चौथे चरण में कैंसर का उपचार और मरीज को ठीक होना बहुत मुश्किल होता है।

    नागरिक अस्पताल के नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डा. प्रदीप राव का कहना है कि हर आयु के ऐसे मरीज आ रहे हैं जिनकी जांच और परामर्श के दौरान एक दो साल से तंबाकू, गुटखा, धूमपान, हुक्का पीने के कारण बीमार हो रहे हैं। इनका सेवन करने वाला व्यक्ति नाक, मूंह, गला, फेफड़ों से लेकर गुदा तक का कैंसर का शिकार होता है। समय पर पहचान हो तो लंबा और महंगा इलाज से बचाव किया जा सकता है।

    कैंसर के मरीज बढ़े तो सरकार ने फिर लगाया प्रतिबंध

    सरकार द्वारा तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए लगाया है। इसके बावजूद जिले में धड़ल्ले से इनकी बिक्री ही नहीं हो रही है बल्कि हर वर्ग के लोग सेवन कर रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है जो तंबाकू को होठों के अंदर लंबे समय तक दबाकर रखते हैं। भले सरकार ने प्रदेश में गुटखा, तंबाकू और पान मसाले पर एक साल का प्रतिबंध लगाया है।

    खाद्य एवं औषधि विभाग ने आदेश भी जारी कर दिया है। यह पहली बार आदेश जारी नहीं किया है। पहले भी इन उत्पादों का निर्माण, भंडारण, वितरण और बिक्री पूरी तरह से बंद रखने के आदेश जारी किए थे। इसके बावजूद हर छोटे-बड़े दुकानों पर खुलेआम बिक्री हो रही है। इससे पहले राज्य में छह सितंबर 2024 और उससे पहले सात सितंबर 2003 को भी गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध को एक-एक साल के लिए बढ़ाया था।

    यह भी पढ़ें- रिहायशी इलाके में खुद गंदगी का दाग लगा रहा है निगम, सोनीपत के हजारों लोगों का रहना हुआ मुश्किल

    बीमारियों के बढ़ते मामलों के चलते एक बार फिर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। सरकार इससे पहले 2011 में तंबाकू और निकोटिन वाले उत्पादों पर प्रतिबंध लगा चुकी है। गुटखा, पान मसाला और तंबाकू उत्पादों में निकोटिन, भारी धातु और अन्य हानिकारक रसायन होते हैं। लंबे समय तक इनके सेवन से मुंह, गला, फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं।