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    ISI के लिए जासूसी... नौसेना के क्लर्क विशाल का पैतृक गांव में सामाजिक बहिष्कार

    By Jagran NewsEdited By: Kapil Kumar
    Updated: Mon, 30 Jun 2025 04:45 PM (IST)

    रेवाड़ी के पुंसिका गांव में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने के आरोप में नौसेना के क्लर्क विशाल यादव का पंचायत ने सामाजिक बहिष्कार किया। गांव का कहना है कि विशाल की हरकतों से उनकी बदनामी हुई है क्योंकि हर घर से कोई न कोई सेना में है। न्यायालय का फैसला आने के बाद निर्णय बदला जा सकता है। विशाल 2022 से जांच एजेंसी के राडार पर था।

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    जासूसी के आरोपित विशाल का पैतृक गांव में सामाजिक बहिष्कार। जागरण

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के लिए जासूसी करने वाले आरोपित नौसेना के क्लर्क विशाल यादव का रविवार को उसके पैतृक गांव पुंसिका की पंचायत ने सामाजिक बहिष्कार कर दिया। यानी गांव में अब उससे कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रखेगा।

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    यह फैसला पंचायत में सर्वसम्मति से लिया गया। हालांकि, पंचायत में कहा गया कि उसके परिवार का बहिष्कार नहीं होगा। अगर कोर्ट का फैसला उसके हक में आता है तो पंचायत के इस फैसले को पलटा जा सकेगा। पंचायत की अध्यक्षता सरपंच सत्यपाल यादव ने की। पंचायत ग्रामीण बोले कि उनका गांव सैनिक बाहुल है। विशाल की देशविरोधी इन हरकतों ने गांव का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम कर दिया।

    सरपंच सत्यपाल ने बताया कि उनके गांव में हर चौथे घर से एक युवा सेना में सेवाएं दे रहा है। ऐसे देशभक्त गांव के युवकों का विशाल की हरकत से अपमान हुआ है। विशाल से गांव का कोई भी व्यक्ति संबंध नहीं रखेगा। हालांकि, न्यायालय का फैसला आने के बाद पंचायत का निर्णय बदला जा सकता है। विशाल की गिरफ्तारी से उसके पैतृक गांव पुंसिका के ग्रामीणों में रोष था। विशाल ने उनके गांव और समाज का नाम कलंकित किया है।

    सरपंच सत्यपाल ने बताया कि पुंसिका गांव के 470 में से यादव समाज के 420 परिवार हैं। गांव के हर चौथे घर से कोई न कोई युवा सेना में है। वर्तमान में 60 से अधिक युवा सेना में तैनात है और इतने ही सेवानिवृत हैं।

    बता दें कि गांव पुंसिका के रहने वाले विशाल यादव को राजस्थान की सीआइडी ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का सेना से संबंधित गोपनीय जानकारी देने के आरोप में 16 जून को मानेसर से हिरासत में लिया था। उसकी वाट्सऐप चैट और रुपये के लेनदेन से जांच एजेंसी का शक पुख्ता हो गया था। उसके बाद आरोपित विशाल को गिरफ्तार कर लिया गया था।

    वर्ष 2022 से था जांच एजेंसी के राडार पर

    राजस्थान की सीआइडी ने वर्ष 2022 में प्रिया नाम की एक महिला के जासूसी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। जांच के बाद पाया कि विशाल भी प्रिया की फ्रेंड सूची में था। प्रोफाइल जांच के बाद पता चला कि विशाल नौसेना के दिल्ली मुख्यालय में बतौर क्लर्क तैनात है। इसके बाद जांच एजेंसियों ने उस पर भी नजर रखना शुरू कर दिया था।