रेवाड़ी में 61 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश, गिरोह के तीन शातिर दबोचे और खुले कई बड़े राज
रेवाड़ी पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसमें तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस ने उनके पास से कई बैंकों की चेक बुक एटीएम कार्ड और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। यह गिरोह फर्जी फर्म बनाकर बैंक खाते खुलवाता था और साइबर अपराधियों को बेचता था।

संवाद सहयोगी, भिवाड़ी। रेवाड़ी में भिवाड़ी थाना पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान पलवल जिला के गांव घुड़ावली के रहने वाले वकील अहमद, गांव पारोली के रहने वाले राशिद और जिला नूंह के गांव खरकड़ी के रहने वाले अजमत अली के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 11 विभिन्न बैंकों की चेक बुक, चार एटीएम कार्ड, चार क्यूआर कोड, एक स्वाइप मशीन और पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपी देशभर में करीब 61 करोड़ रुपये की साइबर ठगी कर चुके हैं।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत किरण ने बताया कि गिरोह फर्जी फर्म बनाकर और बैंक खाते खुलवाकर उन्हें साइबर अपराधियों को बेच देता था। ठगी के इन खातों में आने वाली राशि पर आरोपी 10 से 20 प्रतिशत तक कमीशन लेते थे।
वहीं, जांच में सामने आया कि एचडीएफसी बैंक खाते (एसआरएक लाजिस्टिक्स टपूकड़ा) में 20 लाख रुपये की ठगी का लेनदेन हुआ। ओवरसिज बैंक (बेस्ट कलेक्शन, भगत सिंह कालोनी, भिवाड़ी) के खाते पर 63 शिकायतें दर्ज मिलीं, जिनमें 50 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ।
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वहीं, तमिलनाडु बैंक के एक अन्य खाते पर 33 शिकायतें दर्ज पाई गईं, जिनमें 11 करोड़ रुपये की ठगी सामने आई है। आरोपियों ने योगेश जे देसाई नामक पीड़ित से 40 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया है।
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