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    Rewari News: सब्जी मंडी में अवैध फड़ के कारण चार साल में एक भी दुकान बोली पर नहीं उठी

    Updated: Thu, 21 Aug 2025 04:55 PM (IST)

    रेवाड़ी के बावल रोड स्थित सब्जी मंडी में अवैध फड़ों के कारण दुकानों की बोली नहीं हो रही है जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। लाइसेंस वाली दुकानों की तुलना में अवैध फड़ों पर कोई शुल्क नहीं लगने से यह समस्या और बढ़ गई है। मुख्यमंत्री और डीसी से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है।

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    सब्जी मंडी में अवैध तरीके से बने हुए फड़ा। सौ. पाठक

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। रेवाड़ी शहर के बावल रोड पर बिठवाना में स्थित नई सब्जी मंडी में पिछले चार साल में आढ़त की दुकानों की बोली तो हर साल होती रही लेकिन, खरीदने के लिए कोई नहीं आया। इसकी सबसे बड़ी वजह मंडी में अवैध तरीके से लगे फड़ है। यहां एक दुकान की कीमत ढाई से तीन करोड़ तक है, जबकि फड़ लगाने वाले सेटिंग के जरिये 15-20 हजार रुपये में जुगाड़ कर अपना काम चला रहे हैं।

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    सब्डी मंडी में लाइसेंस वाली दुकानों की संख्या 15 है, जबकि तरीके से यहां 70 से ज्यादा फड़ लगे हुए है। जिसकी वजह से सरकार को भी हर माह लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। साथ ही बाकी बची दुकानों की बोली नहीं हो रही है।

    दरअसल, सब्जी मंडी में अवैध तरीके से लगने वाले फड़ की शिकायत मुख्यमंत्री नायब सैनी से लेकर डीसी अभिषेक मीणा से भी की जा चुकी है। पिछले माह डीसी अभिषेक मीणा ने नई सब्जी मंडी से अवैध तरीके से लगे फड़ को हटाने से संबंधित एक पत्र मार्केट कमेटी को भी लिखा था लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उसके बाद भी नहीं चेत रहे।

    कोरोना काल में शिफ्ट की गई थी मंडी

    बता दें कि नई सब्जी मंडी वैसे तो 10 साल पहले ही बनकर तैयार हो गई थी लेकिन इसमें कोई आढ़ती शिफ्ट नहीं हुआ था। कोरोना के समय तत्कालीन डीसी यशेंद्र सिंह ने नाईवाली चौक पर लगने वाली सब्जी मंडी को बिठवाना स्थित नई सब्जी मंडी में शिफ्ट करने का आदेश दिया था। जिसके बाद कुछ फड़ लगाने वाले सब्जी-फल विक्रेता भी शिफ्ट हो गए थे। बोली के जरिये 15 दुकानें पहले ही बिक चुकी थी। इस मंडी में 100 के करीब दुकानें बननी है।

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    पिछले चार साल से दुकानों को लेकर हर साल बोली हो रही है लेकिन पिछले दो साल में यहां अवैध तरीके से लगे फड़ की वजह से कोई बोलीदाता दुकान लेने को तैयार नहीं है। लाइसेंस वाली दुकानों पर उतरने वाले फल-फ्रूट पर एक प्रतिशत चार्ज लगता है, जबकि अवैध तरीके से लगे फड़ पर किसी तरह का चार्ज नहीं होता।

    दो-तीन दिन में हटवा दिए जाएंगे फड़

    यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। मैंने अब मार्केट कमेटी सचिव को इससे संबंधित कार्रवाई के लिए बोल दिया है। दो-तीन दिन के अंदर अवैध तरीके से लगे फड़ हटवा दिए जाएंगे। -सत्यप्रकाश यादव, डीएमइओ, मार्केट कमेटी