रेवाड़ी के यात्रियों और उद्योगों के लिए खुशखबरी, रेल नेटवर्क से जुड़ेगा भिवाड़ी; यहां बनेंगे रेलवे स्टेशन
औद्योगिक नगरी भिवाड़ी को दिल्ली-जयपुर रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा जिससे औद्योगिक इकाइयों को सस्ती लॉजिस्टिक्स मिलेगी। भिवाड़ी में कंटेनर डिपो बनने और नए रेलवे स्टेशन से यात्रियों को दिल्ली जयपुर अलवर रेवाड़ी तक सीधा रेलमार्ग मिलेगा। कई ट्रेनों के ठहराव को भी स्वीकृति मिली है जिससे अलवर और खैरथल के यात्रियों को लाभ होगा।

संवाद सहयोगी, भिवाड़ी। औद्याेगिक नगरी भिवाड़ी को दिल्ली–भिवाड़ी–नीमराना–जयपुर नई रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा। साथ ही भिवाड़ी में आधुनिक कंटेनर डिपो बनाया जाएगा।
इससे औद्योगिक इकाइयों को सस्ती व तेज लाॅजिस्टिक्स सुविधा मिलेगी। भिवाड़ी में नया रेलवे स्टेशन बनने से लाखों यात्रियों को दिल्ली, जयपुर, अलवर और रेवाड़ी तक रेलमार्ग से सीधा आवागमन संभव होगा।
रेवाड़ी–अलवर–मथुरा लाइन पर नए सैटेलाइट रेलवे स्टेशन विकसित किए जाएंगे। नई ट्रेनों के ठहराव से यात्रियों को आवागमन में सुविधा मिलेगी।
केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री व अलवर सांसद भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में सहमति बनी। बैठक में भिवाड़ी, खैरथल और अलवर के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को सैद्धांतिक सहमति मिली।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि बैठक में क्षेत्र की मांगों को ध्यान में रखते हुए कई ट्रेनों के ठहराव स्वीकृत हुए हैं।
इन स्थानों पर रुकेंगे ये ट्रेनें
इनमें खैरथल में वंदे भारत एक्सप्रेस, मंडोर सुपरफास्ट, डबल डेकर, मसूरी एक्सप्रेस, अलवर में राजधानी एक्सप्रेस, रानीखेत, मसूरी एक्सप्रेस, भुज-बरेली, बाड़मेर-मथुरा सुपरफास्ट, मरुधर एक्सप्रेस, राजगढ़ में मालानी सुपरफास्ट, राजकोट वीकली, गरीब नवाज एक्सप्रेस के ठहराव कराने की स्वीकृति प्रदान की है।
वहीं खानपुर अहीर पर बांदीकुई-दिल्ली ट्रेन, हरसोली पर रानीखेत-भुज-बरेली, कथुवास पर रुणिचा एक्सप्रेस, करणपुरा/रैणी पर आगरा-अजमेर एक्सप्रेस, भिवानी–जयपुर–भिवानी ट्रेन के ठहराव पर भी विचार विमर्श किया गया है।
सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि रेलवे नेटवर्क का विकास से भिवाड़ी और रेवाड़ी जैसे औद्योगिक क्षेत्रों को को सुविधा तो मिलेगी ही साथ अलवर और खैरथल के यात्रियों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
अलवर संसदीय क्षेत्र के लिए रेलवे विकास को लेकर दिल्ली स्थित रेलवे भवन में हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री व अलवर सांसद भूपेंद्र यादव ने अध्यक्षता की थी।
कंटेनर डिपो से होगा उद्योगों को फायदा
कंटेनर डिपो खुलने से स्थानीय उद्योगों को सीधा रेल नेटवर्क मिलेगा। कंपनियों का माल सीधे कंटेनरों में देशभर और बंदरगाहों तक जाएगा। इससे कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार उत्पादों की आपूर्ति दोनों में तेजी आएगी।
परिवहन लागत में 15- 20 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। इससे भिवाड़ी न केवल घरेलू निवेशकों बल्कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए भी और आकर्षक बन जाएगा। लाॅजिस्टिक्स कंपनियों, ट्रांसपोर्ट व पैकेजिंग सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
शहरी और औद्योगिक विकास को गति
रेलवे स्टेशन और कंटेनर डिपो से भिवाड़ी की पहचान केवल औद्योगिक नगर तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह एक पूर्ण रेल-इंडस्ट्रियल हब के रूप में उभरेगा। रेवाड़ी जैसे बड़े रेलवे जंक्शन से तालमेल बढ़ेगा, जिससे उद्योग और श्रमिकों की आवाजाही और सुगम होगी।
मथुरा-गंगापुर सिटी ट्रेन को कोटा तक बढ़ाने, श्रीगंगानगर-गुवाहाटी एक्सप्रेस का नया रूट जयपुर-अलवर-मथुरा-आगरा कैंट से करने और चेन्नई–अहमदाबाद हमसफर एक्सप्रेस का रूट हिसार तक बढ़ाने पर सहमति बनी।
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