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    बिल जमा नहीं कराया तो प्राइवेट हॉस्पिटल ने शव देने से किया इंकार, 20 हजार रुपये जमा करवाने के बाद...

    Updated: Sun, 27 Jul 2025 07:17 PM (IST)

    रेवाड़ी के एक अस्पताल में बिल जमा न करने पर शव रोकने का मामला सामने आया। मृतक पीलिया से पीड़ित था। परिजनों ने अस्पताल पर शव न देने का आरोप लगाया और हंगामा किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद 20 हजार रुपये जमा कराने पर शव सौंपा गया। अस्पताल का कहना है कि उन्होंने सिर्फ बिल भरने के लिए कहा था शव रोकने से इनकार किया।

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    बिल जमा नहीं कराया तो शव देने से किया इंकार। प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। शहर में एक प्राइवेट अस्पताल में उपचाराधीन व्यक्ति की रविवार को मौत के बाद बिल जमा नहीं कराने पर अस्पताल प्रबंधन ने शव देने से इंकार कर दिया। शव देने से मना करने पर स्वजन ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामले में समझौता कराने के बाद शव स्वजन को सौंपा गया।

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    शव देने से इंकार कर दिया

    जानकारी के अनुसार गांव पाडला के रहने वाले रोहित ने अपने पिता करीब 42 वर्षीय सुनील को शनिवार को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। भर्ती के समय 15 हजार रुपये भी जमा कराए थे। सु़नील पीलिया की बीमारी से ग्रस्त था। रविवार सुबह करीब 10 बजे उसके पिता की मौत हो गई। इसके बाद जब वह शव लेने के लिए पहुंचा तो अस्पताल प्रबंधन ने पहले 55 हजार रुपये का बिल जमा कराने को कहा गया। बिल नहीं देने पर शव देने से इंकार कर दिया।

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    20 हजार रुपये जमा कराने पर सौंपा शव

    इसके बाद पीड़ित परिवार ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को समझाकर दाेनों पक्षों के बीच समझौता कराया। बाद में 20 हजार रुपये जमा कराने के बाद उसके बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया। मृतक गांव के ही जलघर में वाटर सप्लाई पर ठेकेदार के तहत कार्य करता था। दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज को पीलिया की बीमारी थी।

    बोले, शव देने से इंकार नहीं किया

    पीलिया के कारण मरीज को लीवर डैमेज होने की स्थिति में शनिवार को भर्ती करवाया था। उसकी रविवार को मौत हो गई। मरीज का 49 हजार का बिल पेंडिंग था, जिसे जमा करवाने के लिए कहा गया था। अस्पताल की ओर से शव देने से इंकार नहीं किया। केवल बिल जमा करने के बारे में कहा था।

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