नरेंद्र ने 17 घंटे में किलिमंजारो की चोटी पर फहराया तिरंगा
उपमंडल के गांव नरेंद्र यादव ने 23 जुलाई को भारत का तिरंगा साऊथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर 17 घंटे में चढ़ने का रिकार्ड बनाया है। उन्होंने 9 घंटे सात मिनट में पर्वत से उतरने का रिकार्ड भी बनाया। यह अभियान मराअंगु नाम के रास्ते से फतह किया गया है।
संवाद सहयोगी, कोसली : उपमंडल के गांव नेहरूगढ़ निवासी नरेंद्र यादव ने एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। नरेंद्र ने 23 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर महज 17 घंटे में चढ़ने का रिकार्ड बनाया है। उन्होंने 9 घंटे 7 मिनट में पर्वत से उतरने का रिकार्ड भी बनाया। यह अभियान मराअंगु नाम के रास्ते से फतह किया गया है। तंजानिया सरकार की तरफ से नरेंद्र को प्रमाण पत्र दिया गया है । नरेंद्र पहले भी इस चोटी को वर्ष 2017 में मचामे नाम के रास्ते से फतह कर चुका है। नरेंद्र के अनुसार उनका अगला लक्ष्य इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया है, जिसके लिए वह तैयारी में लगे हैं। नरेंद्र ने बताया कि जल्द ही अभियान की तिथि तय होने वाली है। सात महाद्वीपों की चोटियों पर फतेह करने का सपना:
गांव नेहरूगढ़ निवासी सेना के जवान कृष्णचंद के पुत्र नरेंद्र का सपना दुनिया के सभी सात महाद्वीपों पर फतेह कर वर्ल्ड रिकार्ड बुक में अमीट छाप छोड़ने का है। नरेंद्र ने वर्ष 2016 में माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था। इसके अलावा नरेंद्र 14 अन्य पर्वत श्रृंखलाओं पर फतेह कर देश का नाम रोशन कर चुका है। अपनी स्कूली पढ़ाई के दौरान 12 साल की उम्र में ही नरेंद्र ने जम्मू-कश्मीर की पहाड़ियों पर चढ़कर अपने पर्वतारोहण की प्रारंभिक शुरूआत कर दी थी। वर्ष 2008 से इन्होंने नियमित तौर से पर्वतारोहण शुरू कर दिया था। उसके बाद महज 19 वर्ष की आयु में 6512 मीटर ऊंची भागीरथी-टू व 5612 मीटर ऊंची डीकेडी-टू के साथ का¨लदी पास व वासुकी ताल पास, लेह, गढ़वाल चोटी को फतेह करके सबसे कम उम्र का पर्वतारोही बना था।
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