भिवाड़ी में ग्रेप-4 के नियमों की खूब उड़ रहीं धज्जियां, गंभीर श्रेणी में वायु गुणवत्ता
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण ग्रेप-4 लागू होने के बाद भी, भिवाड़ी में निर्माण कार्य जारी है, जिससे वायु गुणवत्ता गंभीर बनी हुई है। मटीला मा ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, भिवाड़ी। दिल्ली सहित एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप-4 लागू किया गया है। इसके तहत धूल और प्रदूषण फैलाने वाले सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
इसके बावजूद भिवाड़ी में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। उद्योगों पर रोक और कड़े दिशा-निर्देशों के बाद भी शहर की हवा लगातार “गंभीर” श्रेणी में दर्ज की जा रही है, जो आमजन के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है।
सोमवार को मटीला से गोधान जाने वाले मार्ग पर नियमों की खुली अनदेखी देखने को मिली। यहां एक निजी स्कूल का भवन निर्माण कार्य चल रहा था, वहीं पास ही एक अन्य भवन का निर्माण भी जारी था। निर्माण कार्य रोकने के लिए किसी तरह की प्रशासनिक सख्ती नजर आई।
इसके अलावा शहर के कई इलाकों में खुले में कचरा जलाने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। कचरे में आग लगाने से निकलने वाला धुआं वायु गुणवत्ता को और खराब कर रहा है। सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का असर और घातक होता जा रहा है, जिससे बुजुर्गों, बच्चों और सांस के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है।
ग्रेप-4 के तहत सड़क निर्माण, ड्रिलिंग, बोरिंग, खोदाई, स्टोन क्रशर और कच्ची सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध है। साथ ही निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों पर भी रोक लगाई गई है। इसके बावजूद शहर के विभिन्न हिस्सों में इन नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है, जो प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है।
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राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी अमित जुयाल ने बताया कि मटीला के पास चल रहे निर्माण कार्य की सूचना मिलने पर उसे रुकवाकर जुर्माना लगाने की प्रक्रिया की जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई टीमों का गठन किया गया है और ग्रेप के प्रतिबंधों का पालन कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

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