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    टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में गए कैथल के युवा किसान की मौत, गांव में छाया मातम

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Sat, 26 Dec 2020 04:22 PM (IST)

    दिल्‍ली बार्डर में चल रहे आंदोलन में कैथल के युवा किसान की मौत हो गई। 32 वर्षीय युवा किसान दोस्‍तों के साथ आंदोलन में शामिल होने के लिए गया था। वहीं हार्ट अटैक आने की वजह से मौत हो गई।

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    कैथल के युवा किसान अमरपाल का फाइल फोटो।

    पानीपत/कैथल, जेएनएन। किसान आंदोलन में एक और किसान की मौत हो गई। कैथल का युवा किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दोस्‍तों के साथ टिकरी बार्डर पर गया था। हार्ट अटैक की वजह से उसकी मौत हो गई।

    दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में गए कैथल के सेरधा गांव निवासी 32 वर्षीय किसान अमरपाल की हार्ट-अटैक से मौत हो गई। किसान का शव शनिवार को जिला नागरिक अस्पताल में लाया गया। जहां पोस्टमार्टम करवाने के बाद स्वजनों को शव सौंप दिया।

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    कैथल में किसान अमरपाल की अंतिम यात्रा में पहुंचे लोग।

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    किसानों की जुटी भीड़

    इस दौरान सिविल अस्पताल में किसानों की भारी भीड़ जुट गई। भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान सहित कई गांव के लोग अस्पताल पहुंचे। इसके बाद जय जवान, जय किसान लिखे कपड़े में शव को लपेटकर ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखते हुए गांव सेरधा ले जाया गया।

    दो दिन पहले किया था आंदोलन में

    किसानों ने इस दौरान किसान अमरपाल अमर रहे के नारे लगाए। मृतक के चचेरे भाई बलविंद्र ढुल ने बताया कि अमरपाल दो दिन पहले ही किसान आंदोलन में गांव के अन्य किसानों के साथ गया था। वहां आंदोलन पर डटे किसानों के लिए सेवा की।

    अचानक बिगड़ी तबियत

    आंदोलन स्‍थल में ही अचानक अमरपाल की तबीयत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। वह अपने पीछे दो छोटे-छोटे बच्चे और पत्नी को छोड़ गया। युवा किसान की मौत से परिवार में मातम का माहौल है।

    किसानों में रोष

    भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष होशियार गिल ने कहा कि तीन डिग्री तापमान में दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के साथ सरकार अन्याय कर रही है। लाखों की संख्या में किसान वहां घर और परिवार को छोड़कर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है। आए दिन किसान अपनी जिंदगी को गवां रहे हैं। कोई सड़क हादसे का शिकार हो रहा है तो खेती की चिंता के चक्कर में हार्ट-अटैक का शिकार बन रहा है।