हरियाणा-पंजाब में बढ़ेगी ट्रेनें, यात्री गाड़ी से 35 फीट ऊंची दौड़ेगी मालगाड़ी, रखा गया 140 टन का आरएफओ
हरियाणा मेंं डबल डेकर रेलवे ओवरब्रिज बनेगा। इस पर यात्री ट्रेनों से 35 फीट ऊपर मालगाडि़यां चलेंगी। इसके लिए 140 टन का आरएफओ रखा गया है और जल्द ही इस रेल लाइन को बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा।
अंबाला, [दीपक बहल]। पंजाब एवं हरियाणा में अब रेल सेवा और बेहतर होगी और मालगाडि़यां व यात्री ट्रेनें अधिक संख्या में चल सकेंगी। रेल पटरी से 35 फीट ऊंचाई पर बनाए जा रहे डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (डीएफएससी) के प्रोजेक्ट से दोनों राज्यों में ट्रेनों की आवाजाही पहले से अधिक हो सकेगी। इस ट्रैक पर यात्री ट्रेनों से 35 फीट ऊंचाई से मालगािड़यां चलेंगी। 140 टन का रेल फ्लाईओवर (आरएफओ) मशीनों की मदद से रख दिया गया। लुधियाना से कोलकाता के बीच इस तरह के आरएफओ राजपुरा और अंबाला में भी बनेंगे।
लुधियाना से कोलकाता तक के लिए बिछाई जा रही स्पेशल लाइन के लिए रखे गार्डर
सरहिंद में 100 फीट लंबा आरएफओ रखा गया है, अब इसपर रेल पटरी बिछाई जाएगी। लुधियाना से कोलकाता तक मालगाडिय़ों के लिए बिछाई जा स्पेशल रेलवे लाइन बन जाने सवारी गाडिय़ों की संख्या में भी इजाफा होगा। ऊपर की लाइन पर मालगाडिय़ां दौडऩे लगेंगी तो नीचे की पटरी पर सवारी गाडिय़ों के लिए समय बढ़ जाएगा। अभी तक दोनों गाडिय़ों के एक ही पटरी पर चलने से दोनों के समयानुसार सिग्नल देना पड़ता था। यह हरियाणा और पंजाब के लोगों के लिए पहली बार होगा कि वे ऐसा दृश्य देखेंगे कि नीचे सवारी तो ऊपर मालगाड़ी दौड़ रही है।
10 से 23 नवंब तक लिया गया है ब्लाक
अंबाला रेल मंडल के सरहिंद में आरएफओ रखने के लिए करीब चार घंटे का ब्लाक लिया गया था, लेकिन यह प्रोजेक्ट तीन घंटे में ही पूरा कर लिया गया। डीएफएससी ने सरहिंद के इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे से 19 से 23 नवंबर तक ब्लाक ले रखा है। यहां पर कार्य पूरा होने के बाद राजपुरा और फिर अंबाला में इसी तरह का आरएफओ रखा जाएगा।
अंबाला में नीचे सवारी गाड़ी और मालगाड़ी के अलावा अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के ऊपर से भी रेल लाइन बिछाई जाएगी। लुधियाना से कोलकाता तक 1856 किलोमीटर का यह प्रोजेक्ट जून 2022 तक पूरा करना है। अंबाला से सहारनपुर तक इस प्रोजेक्ट में 2499 करोड़ का खर्चा आ रहा है। पूरा प्रोजेक्ट 81 हजार करोड़ का है।
लाइन बिछने के बाद जल्दी पहुंचेगा दूसरे राज्यों में माल
पंजाब से जरूरी वस्तुओं को दूसरे राज्यों में पहुंचाने के लिए 116 डिब्बों की लंबी मालगाड़ी पटरी पर नजर आएगी जबकि मौजूदा समय डिब्बों की संख्या 50 से 56 के बीच होती है। जिस तरह सामान लोड करने की क्षमता डबल हो जाएगी उसी तरह गाड़ी की रफ्तार भी 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इस तरीके से पंजाब आने वाले और यहां से दूसरे राज्यों को जाने वाला माल अधिक जल्दी पहुंचने लगेगा।
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