करनाल में पकड़े गए आतंकियों ने किए बड़े खुलासे, एप के जरिए पाकिस्तान से रिंदा बताता था लोकेशन
करनाल में पकड़े गए आतंकियों ने बड़े खुलासे किए हैं। आतंकियों ने बताया कि रिंदा उन्हें एप के जरिए लोकेशन बताता था। इसके बाद वे बताई गई लोकेशन पर विस्फोटक व हथियारों को रखने की वीडियो बनाकर रिंदा को भेज देते थे।
करनाल, जागरण संवाददाता। पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंद्र सिंह रिंदा द्वारा एप के जरिए भेजी गई लोकेशन पर करनाल में पकड़े गए आतंकी न केवल विस्फोटक व हथियार पहुंचाते थे, बल्कि वहां रखकर वे वीडियो भी बनाते थे। फिर यह वीडियो नेटवर्क के जरिए रिंदा तक पहुंचाई जाती थी, ताकि उसे तसल्ली हो सके कि काम पूरा हो गया है। इसके बाद उन्हें अगला टारगेट दिया जाता था। वहीं आरोपित आतंकी एक लोकेशन पर अपना काम पूरा करने के बाद अपने मोबाइल से पूरा डाटा डिलीट कर देते थे।
ये अहम राज पिछले दिनों बसताड़ा टोल पर पकड़े गए आतंकियों ने खोला, जिसके बाद पुलिस इनके द्वारा बताई गई लोकेशन पर इन्हें लेकर पहुंची थी। हालांकि इस दौरान पुलिस को किसी भी लोकेशन पर आतंकियों द्वारा बताए गए विस्फोटक व हथियार बरामद नहीं हुए। पुलिस के अनुसार रिमांड के दौरान आतंकियों ने रहस्य खोला था कि वे रिंदा द्वारा ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भेजे गए विस्फोटक गत अक्टूबर में अमृतसर-तरनतारन रोड पर और मार्च में नांदेड़ पहुंचा चुके हैं। उन्होंने इनमें दो आइइडी, तीन ग्रेनेड व तीन पिस्तौल नांदेड़ में, तरनतारन के चमकौर में तीन आइइडी रखा जाना स्वीकार किया है। अंबाला-पंजाब बार्डर के पास 20 मार्च को झाड़ियों में मिले विस्फोटक में भी पकड़े गए गुरप्रीत, अमनदीप के अलावा आकाशदीप की संलिप्तता पाई गई थी।
आरोपितों को ले जा सकती पंजाब पुलिस
बसताड़ा टोल प्लाजा पर पकड़े गए आरोपित आतंकी गुरप्रीत, अमनदीप, परमिंद्र सिंंह व भूपिंदर करनाल जेल में हैं। पंजाब में अलग-अलग जगह विस्फोटक रखे जाने में सलिंप्तता देख पंजाब पुलिस इन्हें प्रोडक्शन वारंट पर ले सकती है। उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। वहीं पंजाब में गिरफ्तार आरोपित आकाशदीप, जश्नप्रीत व राजबीर करनाल के मुकदमे में भी वांछित हैं और अभी वहां रिमांड पर हैं। करनाल पुलिस उनके संपर्क में है। जैसे ही रिमांड खत्म होगा तो उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा, जिसके बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इसके लिए पुलिस तैयारी में जुटी है।
नशीले पदार्थो का नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
आतंकियों से पूछताछ में पता चला था कि वे विस्फोटक व हथियार ही नहीं, हेरोइन जैसे नशीले पदार्थ भी सप्लाई करते थे। गत वर्ष सितंबर से मार्च तक 14 पैकेट वे अलग-अलग जगह पहुंचा चुके थे। एक पैकेट के उन्हें एक लाख रुपये मिलते थे। अब पुलिस पंजाब व हरियाणा में इस रैकेट को भी खंगालने में जुटी है।
आतंकी गुरप्रीत की गर्लफ्रेंड का बैंक खाता सीज
आतंकी गुरप्रीत की गर्लफ्रेंड का बैंक खाता पुलिस ने सीज कर दिया है। इसमें पांच लाख 90 हजार रुपये की रकम पाई गई थी जबकि पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि वह 10 लाख से अधिक रकम फिरोजपुर की ही रहने वाली गर्लफ्रेंड के बैंक खाते में कैश के तौर पर जमा करा चुका है। फिलहाल पुलिस अन्य आरोपितों के बैंक खाते भी खंगाल रही है।
पवन से खुलेंगे फर्जी आरसी के बड़े राज : एसपी
एसपी गंगाराम पूनिया का कहना है कि पकड़े गए आतंकियों से जुड़े हर पहलू की अभी गंभीरता से जांच की जा रही है। फिलहाल किसी राज्य की जांच एजेंसी ने करनाल जेल में बंद आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर नहीं लिया है लेकिन पंजाब में पकड़े गए तीन आरोपितों को अवश्य प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। उधर फर्जी आरसी मामले में मुख्य आरोपित माने जा रहे मेरठ वासी पवन कुमार की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी पर बड़े राज खुल सकते हैं।