छोटी उम्र में बहक रहे कदम... प्रेम के चक्कर में जीवन बर्बाद कर रही किशोरियां, पानीपत में गर्भवती हुईं 7 नाबालिग
हरियाणा में किशोरियों का प्रेम जाल में फंसकर घर से भागने का मामला सामने आया है। कम उम्र में घर बसाने की सोच रखने वाली किशोरियां सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर गलत फैसले ले रही हैं। पिछले दो महीनों में सात ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमें 13 से 15 साल की किशोरियां गर्भवती हो गई हैं।

संदीप सिंह, पानीपत। पढ़ने-लिखने व खेलने की उम्र में किशोरियों के कदम बहक रहे हैं। कच्ची उम्र में किशोरियों में घर बसाने की सोच विकसित हो रही है। इस आयु में परिवार व अपना अच्छा बुरा सोचने की क्षमता विकसित नहीं हो पाती। वह प्रेम जाल में फंसकर अपने प्रेमियों के लिए घर छोड़ रही हैं। इसके बाद उन्हें ऐसा दर्द मिलता है, जो ताउम्र इनके जहन में रहता और अंदर ही अंदर इन्हें कचोटता है।
माता-पिता भी समाज की नजरों में खुद को गिरा समझते हैं। इन्हें उम्र भर लोगों के ताने सुनने पड़ते हैं। अधिकतर घटनाओं में तो माता-पिता को गांव या कॉलोनी तक छोड़नी पड़ जाती है। पिछले दो माह में सात ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब किशोरियां महज 13-15 साल की आयु में ही गर्भवती हो गई। इनको पुलिस ने आरोपित के पास से बरामद किया। इस घटनाओं के आरोपित अधिकतर सलाखों के पीछे हैं।
अब यह किशोरियां प्रेम जाल में फंसकर घर छोड़ने पर पछता रहीं हैं। एक किशोरी ने तो बच्चे को जन्म भी दे दिया। वह आज रोहतक पीजीआई में मौत से लड़ रही है। उसका बच्चा जिला नागरिक अस्पताल में दाखिल है।
किशोरी बेटियों पर ध्यान नहीं देना, इसका बड़ा कारण
इन सभी सात केस के अध्ययन में एक बात कॉमन मिली है कि यह इन किशोरियों के माता-पिता घर चलाने के लिए फैक्ट्ररी में काम करते हैं। दिन में किशोरी बेटियां घर पर अकेली रहती हैं। माता-पिता भी काम के साथ-साथ बच्चों पर ध्यान नहीं दे पाते। बेटियों व मां के बीच दोस्ताना व्यवहार नहीं हो पाता। यह किशोरियां अच्छा जीवन जीने के लिए किसी की बातों में आ जाती हैं और उसे अपना प्रेम समझकर घर को छोड़ने का फैसला तक कर लेती हैं।
सभी केस में सोशल मीडिया इसका बड़ा कारण
महिला व बाल कल्याण के लिए काम करने वाली नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्षा सविता आर्या ने बताया कि किशोरियों के गर्भवती होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। एक किशोरी ने तो हाल में बच्चे को जन्म भी दिया है। ऐसी घटनाओं का बड़ा कारण सोशल मीडिया मिला है। किशोरियां सोशल मीडिया पर अधिक एक्टिव रहती है। सोशल मीडिया पर ऐसे कंटेट होते हैं, जिनका किशोरियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
इंस्टाग्राम व फेसबुक के माध्यम से किशोरियां लड़कों के संपर्क में आती हैं। वह झूठे सपने बुन लेतीं हैं, उनको समाज की पूर्ण समझ नहीं होती। ऐसी घटनाओं से किशोरियों का ही नहीं लड़कों का जीवन भी बर्बाद होता है। उन्हें जेल काटनी पड़ती है। इसलिए स्वजन को अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए।
इन कम उम्र में गर्भवती होना, जानलेवा है- डॉ. लिपिका
गायनोकोलोजिस्ट डॉ. लिपिका बंसल ने कहा कि इतनी कम उम्र में गर्भवती होना जानलेवा है। डिलीवरी के दौरान खून की कमी हो सकती है। इंफेक्शन होने की संभावनाएं बहुत अधिक बढ़ जाती है। बीपी बहुत ज्यादा लो हो सकता है। इतनी कम उम्र में तो आर्गेन भी डेवलेप नहीं होते। यह जानलेवा साबित हो सकता है। हाल में एक 14 साल की बच्ची ने बच्चे को जन्म दिया था। वह इंफेक्शन से जूझ रही है। उसकी हालत गंभीर है।
पिछले दो माह में हुई घटनाएं
- 26 जुलाई को पुराना औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत 16 साल की किशोरी अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। उसके स्वजन ने उसकी कहीं और शादी कर दी। अब वह तीन माह की गर्भवती है।
- 24 जुलाई चांदनी बाग पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत प्रेमी के साथ भागी 15 साल की किशोरी तीन माह की गर्भवती हो गई।
- 21 जुलाई 16 साल की किशोरी प्रेमी के साथ भागी, अब वह दो माह की गर्भवती है।
- 15 जून को बाबरपुर निवासी एक 15 वर्षीय किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया। वह प्रेमी के साथ एक साल से लिवइन में रह रही थी।
- पुराना औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत 11 माह पहले एक किशोरी के साथ उसके प्रेमी ने दुष्कर्म किया। अब इस किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया।
- 14 जून को एक घटना पुराना औद्योगिक क्षेत्र से सामने आई। अपने चचेरे भाई प्रेमी से 15 साल की किशोरी गर्भवती हो गई थी।
- चार जून को एक घटना सामने आई किला पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक कॉलोनी में प्रेमी के साथ फरार हुई 16 वर्षीय किशोरी तीन माह की गर्भवती हो गई।
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