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    Panipat News: गर्भपात की थी तैयारी तभी पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम, चकमा देकर फर्जी डॉक्टर फरार; क्लिनिक सील

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 08:45 PM (IST)

    हरियाणा के पानीपत में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक क्लीनिक पर छापा मारकर फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया लेकिन वह चकमा देकर फरार हो गई। जो अवैध रूप से गर्भपात की तैयारी कर रही थी। क्लीनिक से गर्भपात की दवाएं और उपकरण बरामद किए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश जारी है।

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    पानीपत में अवैध गर्भपात रैकेट का पर्दाफाश। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, पानीपत। स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने वीरवार दोपहर को तहसील कैंप स्थित भावना क्लीनिक में छापा मारा। यहां गर्भपात की तैयारी चल रही थी।

    टीम ने यहां से फर्जी डॉक्टर मधु को पकड़ा। टीम ने डिकोय (फर्जी ग्राहक) तैयार करके क्लीनिक में भेजा था। इस दौरान क्लीनिक से गर्भपात की दवाएं व गर्भपात करने के यंत्र भी मिले।

    मेडिकल टर्मिनेशन गर्भावस्था (एमटीपी) किट तकिये के कवर में छुपा रखी थी। टीम ने क्लीनिक को सील कर फर्जी डाक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इस दौरान पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम को चकमा देकर मधु फरार हो गई।

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    पीएनटीडी के नोडल अधिकारी डा. ललित कुंडू ने बताया कि सिविल सर्जन डा. विजय मलिक को कुछ दिन पहले भावना चौक स्थित भावना क्लीनिक में गर्भपात होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना पर उन्होंने पीएनडीटी को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

    उन्होंने एक डिकोय बनाया और उसे भावना क्लीनिक की संचालिका मधु के पास भेजा। वह अपने आपको डा. मधु बताती थी। मधु ने डिकोय से गर्भपात के लिए 5500 रुपये मांगे। उन्होंने अपने साइन कर 500-500 के 11 नोट डिकोय को दिए।

    वह वीरवार को क्लीनिक में भेजी। उनकी टीम क्लीनिक के बाहर अलग-अलग दिशा में खड़ी हो गई। पुलिस को भी रेड के बारे में सूचित किया। मधु ने जांच की और कहा कि गर्भपात से पहले गोली खिलाई जाएगी। जैसे ही उन्होंने गोली खिलाने की बात कही, डिकोय ने रेड का सिग्नल पास किया।

    उनकी टीम क्लीनिक में घुसी तो इन्होंने एमटीपी किट को छुपा दिया। कमरे की तलाशी ली तो तकिये के कवर से पांच एमटीएम किट मिली। इसमें से कुछ इस्तेमाल हो चुकी थी। एक अलमारी में गर्भपात के यंत्र मिले। मधु के पास से 5500 रुपये बरामद किए। यह वहीं नोट थे जिस पर उन्होंने साइन किए थे।

    डाक्टर पुत्रवधू के साइन किए लेटर पेड मिले

    मधु की टेबल से डा. अर्चना के साइन किए हुए लेटरपेड भी मिले। पूछने पर उन्हें बताया था कि डा. अर्चना उसकी पुत्रवधू है। इस पर दवा लिखी जाती है। इन लेटरपेड को भी सील किया। जांच में मधु की बीएचएमएस की डिग्री फर्जी मिली।

    टीम ने एमटीपी किट व यंत्रों को जब्त किया। टीम में डा. साक्षी, डा. अभय वत्स व डीसीओ विजय राजे मौजूद रही। इस कार्रवाई की रिपोर्ट सिविल सर्जन डा. विजय मलिक को दी है।

    कई साल से गर्भपात का खेल चलने का संदेह

    स्वास्थ्य विभाग की टीम को तकिये के कवर से पांच एमटीपी किट मिली। इसमें से दवा इस्तेमाल भी हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग को संदेह है कि यहां कई साल से गर्भपात का काम हो रहा है। इसका पता फर्जी डाक्टर की गिरफ्तारी के बाद पता चल सकेगा।

    स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब उनको कार्रवाई के बारे में सूचित किया तब तक आरोपित यहां से फरार हो चुकी थी। आरोपित पर केस दर्ज कर लिया है। जल्द उसे गिरफ्तार किया जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।

    - मुकेश कुमार, प्रभारी, तहसील कैंप पुलिस थाना।