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    Haryana News: 'इतिहासकारों ने ईमानदारी से नहीं लिखा जाटों का बलिदान', गुजरात के राज्यपाल ने क्यों कही ये बात

    By Raj Singh PalEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Tue, 12 Sep 2023 08:47 PM (IST)

    Acharya Devvrat In Panipat गुजरात के राज्यपाल देवव्रत आर्य मंगलवार को पानीपत पहुंचे। यहां उन्होंने महाराजा सूरजमल आर्य जाट धर्मशाला का शिलान्यास किया। उनके साथ प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला और पानीपत ग्रामीण क्षेत्र के विधायक महीपाल ढांडा भी रहे। राज्यपाल देवव्रत आर्य ने कई महापुरुषों का जिक्र करते हुए कहा कि इतिहासकारों ने जाटों का बलिदान ठीक ढंग से नहीं लिखा।

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    समारोह के दौरान संबोधित करते गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत आर्य। जागरण

    पानीपत, जागरण संवाददाता। Acharya Devvrat Haryana Visit गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मंगलवार को सिवाह गांव में बनने वाली महाराजा सूरजमल आर्य जाट भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहासकारों ने जाटों का इतिहास ईमानदारी से नहीं लिखा। जाट समाज के महापुरुषों ने भारत के लिए बड़ा बलिदान दिया जो प्रेरणा देने का काम करता है। युवा अपना इतिहास भूल गए हैं। हमें अपने असल स्वरूप को पहचानना चाहिए। धर्मशाला-भवन तमाम बने हुए हैं, उनमें मकड़ी के जाले लगे रहते हैं। जीटी रोड पर बनने वाला यह भवन ऐसा भव्य हो कि लोग इसे देखने के लिए भी आएंगे।

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    समारोह में बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा, सांसद संजय भाटिया के पुत्र चांद भाटिया भी मौजूद रहे। राज्यपाल देवव्रत ने कहा, "मैं आपका हूं, आज अपनों के बीच आया हूं। गांव पावटी है मेरा, वहीं टाट की पट्टी पर बैठकर प्राइमरी शिक्षा ग्रहण की है। अच्छे कार्यों के लिए जो प्रयास करते हैं, उन्हें उपलब्धि मिलती है।"

    आचार्य देवव्रत ने किया इन ऐतिहासिक घटनाओं का जिक्र

    जाट समाज के इतिहास का जिक्र करते हुए उन्होंने 20 हजार सैनिकों की फौज बनाकर जजिया कर का विरोध करते हुए औरंगजेब को दो बार युद्ध में हराने, इस्लाम धर्म न अपनाकर 7000 जाटों को लेकर लड़ने और बलिदान देने की घटना सुनाई। गोकुला जाट के पुत्र राजाराम द्वारा पिता की मौत का बदला लेने, महाराजा सूरजमल की बहादुरी, महारानी किशोरी द्वारा वीरांगना सेना तैयार कर युद्ध में साथ देने, मराठों-मुगलों के युद्ध में मराठा बच्चों व महिलाओं की रक्षा करने की घटनाएं सुनाई।

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    उन्होंने जी-20, चंद्रयान-3 की सफल लैडिंग, आदित्य एल-1 का सूर्य की ओर कदम बढ़ाने पर कहा कि देश नवनिर्माण की ओर बढ़ रहा है। आचार्य देवव्रत ने समाज को संदेश देते हुए कहा कि बच्चों को नशे, व्यसनों से बचाएं। उन्हें उच्च शिक्षित बनाएं। जात-पात की भावना को त्यागें। एकजुट होकर रहें।

    गांव में इतना धन है, यह देखकर खुशी हुई- रणजीत चौटाला

    हरियाणा के बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि गांव में इतना पैसा है, यह देखकर खुशी हुई। पैसे की ऐसी बरसात होती मैंने कहीं नहीं देखी। महिपाल ढांडा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से फोन पर बात कर 10 लाख रुपये दिलाने की हामी भरवाई। मैंने कहा कि सीएम की ओर से 21 लाख रुपये देने की घोषणा करें, 11 लाख रुपये मैं अपने फंड से करवा दूंगा। कोई दिक्कत आई तो अपनी जेब से दूंगा। इतना ही नहीं, भवन का निर्माण होने तक हर साल एक लाख रुपये दूंगा।

    उन्होंने कहा कि जाट समाज को देखना होगा कि हम क्या हैं, हमारा मकसद क्या है। 1947 से पहले पूर्वज क्या थे, अब हम क्या हैं। बाबर, गजनवी, अब्दाली दिल्ली पर कब्जा करने आए, यहां उन्हें रोका। पानीपत की तीनों लड़ाइयां इसकी गवाह हैं। सेना में आज भी जाट परिवारों के जवान सबसे अधिक हैं। इस भवन को ऐसा बनाएं कि जीटी रोड से एक्सपोजर हो। यहां से कोचिंग लेकर युवा आईएएस, आईपीएस बनें। खेती में कुछ नहीं रखा है, पांच एकड़ वाले किसान के बच्चे नई किताबें भी नहीं खरीद पाते।

    विधायक महीपाल ढांडा ने की 21 लाख रुपये देने की घोषणा

    पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा भी महाराजा सूरजमल आर्य जाट भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे। स्वागत भाषण में उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में हर समाज के लिए धर्मशालाएं बनाई जा रही हैं। अब तक 65 का निर्माण हो चुका है। इस भवन के लिए भी एक एस्टीमेट तैयार कराकर, जितनी हो सकेगी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं तो काम-धंधे वाले परिवार से हूं, बड़े भाई हरपाल ढांडा बिजनेस संभालते हैं। उनसे चर्चा हुई है, भवन के लिए 21 लाख रुपये दिए जाएंगे। डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया से भी बात हुई है, उन्होंने भी अपनी सैलरी में से 51 हजार रुपये देने की बात कही है।

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