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    कैथल के श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा में बनेगी नई भव्य इमारत, कुछ इस तरह का नजर आएगा नया भवन

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Sun, 16 Jan 2022 11:07 AM (IST)

    कैथल के श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा में नई भव्य इमारत का निर्माण होगा। शहर के बीचों-बीच स्थित करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से गुरद्वारे की भव्य भवन बनाया जा रहा है। यह कार्य वर्ष 2021 की शुरूआत में शुरू किया गया था।

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    कैथल के श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा में बनेगी नई भव्य इमारत।

    कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल के ऐतिहासिक श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा की नई भव्य इमारत का निर्माण कार्य जारी है। यह निर्माण कार्य इस वर्ष में सितंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा। बता दें कि शहर के बीचों-बीच स्थित करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से गुरद्वारे की भव्य भवन बनाया जा रहा है। यह कार्य वर्ष 2021 की शुरूआत में शुरू किया गया था। यह कार्य की सेवा श्री गुरु तेग बहादुर सेवादल को दी गई है, जो यह कार्य करवा रही है। निर्माण कार्य के चलते वर्तमान में श्री गुरु ग्रंथ साहिब गुरुद्वारा साहिब के लंगर हाल में विराजमान किए गए हैं। 

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    यह है भवन की रूपरेखा

    शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अधीन आने वाले श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा के मैनेजर रुपिंद्र सिंह ने बताया कि गुरुद्वारे का भवन आधुनिक विधि से बनाया जा रहा है। गुरुद्वारा के भवन निर्माण के कार्य केे तहत बेसमेंट, लंगर हाल, द्वितलीय मंजिल का निर्माण लगभग पूरा किया जा चुका है। अब बिजली के कार्य, फर्श, दरवाजे लगाने सहित अन्य कार्य होना बाकी है। रुपिंद्र सिंह ने बताया कि बेसमेंट में बनाए गए लंगर हाल में 500 से 800 श्रद्धालु एक साथ लंगर का प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। गुरुद्वारा में दर्शन करने आने वाले बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर से लिफ्ट भी लगाई जाएगी। रुपिंद्र ने बताया कि बेशक भवन की दो मंजिला इमारत बनने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन बाकी बचे हुए कार्य में अभी आठ से 10 महीने और लग जाएंगे। जिसके तहत गुरुद्वारा के भवन का पूरा निर्माण कार्य नवंबर के अंत तक ही पूरा हो पाएगा। 

    गुरुद्वारे का यह है इतिहास

    बता दें कि श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा शहर का ऐसा गुरुद्वारा है जहां स्वयं सिखों के नौंवे पातशाह ने प्रचार के दौरान लोगों को प्रवचन दिया था। हेड ग्रंथी साहिब सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक मान्यता के तहत 600 वर्ष पहले सिखों के नौंवे गुरु श्री तेग बहादुर सिख धर्म को लेकर प्रचार के दौरान यहां पहुंचे थे। जब वह मालवे की धरती से हरियाणा में आए तो कैथल में पहुंचे थे। उस समय कई तरखान सिख की उनके अनुयायी थे। हरियाणा में सबसे पहले वह जींद जिले के धमतान साहिब में पहुंचे। उसके बाद एक तरखान सिख जुगल सिंह उन्हें कैथल में लेकर आए। उनके कैथल आने के बाद गुरुजी ने डोगरा गेट स्थित नीम साहिब और श्री मंजी साहिब में एक दिन तक विश्राम किया था। इस दौरान श्री मंजी साहिब गुरुद्वारा में प्रवचन भी किया था। इस दौरान यहां रहने वाले सेठ परिवारों ने गुरु की महिमा का बखान किया था। तभी से यह गुरुद्वारा की काफी मान्यता हो गई।