मैं नेता नहीं हूं जो अलग हाई कोर्ट का आश्वासन दूं: जस्टिस खेत्रपाल
उ'च न्यायालय, पंजाब एंड हरियाणा (चंडीगढ़) के न्यायाधीश एवं जिला पानीपत के प्रशासनिक जज अनिल खेत्रपाल ने शनिवार को बार चैंबर फेस-2 में बने 130 चैंबरों वाली बि¨ल्डग का उद्घाटन किया। स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन विजेंद्र ¨सह अहलावत ने अलग हाई कोर्ट की मांग की तो उन्होंने दो टूक कहा कि मैं नेता नहीं हूं जो आश्वासन दूं। अलग हाई कोर्ट का निर्णय संसद में लिया जाता है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : उच्च न्यायालय, पंजाब एंड हरियाणा (चंडीगढ़) के न्यायाधीश एवं जिला पानीपत के प्रशासनिक जज अनिल खेत्रपाल ने शनिवार को बार चैंबर फेस-2 में बने 130 चैंबरों वाली बि¨ल्डग का उद्घाटन किया। स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन विजेंद्र ¨सह अहलावत ने अलग हाई कोर्ट की मांग की तो उन्होंने दो टूक कहा कि मैं नेता नहीं हूं जो आश्वासन दूं। अलग हाई कोर्ट का निर्णय संसद में लिया जाता है।
न्यायाधीश ने जिले के जजों को सीख देते हुए कहा कि केस की सुनवाई के दौरान नए वकीलों को अधिक समय दें। अनुभवी वकील क्लाइंट्स को उंगलियों पर रखते हैं, नए को सोचकर बोलना होता है। सीनियर वकीलों से कहा कि वकालत रिले रेस की तरह है जिसमें पहले खिलाड़ी के साथ अंतिम खिलाड़ी को भी जीतना होता है। सभी 20-20 के प्लेयर नहीं होते कुछ टेस्ट प्लेयर भी होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेक्टिस के प्रारंभिक वर्षो में करीब 40 फीसद वकील पेशे को छोड़ देते हैं, इसलिए यंगस्टर्स को भी अच्छे से तैयार करें ताकि वे इस पेशे को आगे बढ़ा सकें।
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट शेर ¨सह खर्ब के नेतृत्व में उनकी टीम ने हाई कोर्ट के न्यायाधीश का बुके और प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत भी किया। इस मौके पर सेशन जज मनीषा बतरा, सेशन जज (लेबर कोर्ट) सरिता गुप्ता, एडीजे शशिबाला चौहान, एडीजे जेएस दहिया, एडीजे वीपी सिरोही, एडीजे पीके लाल, एडीजे राजेश कुमार भानखड़, डीएलएसए के सचिव एवं सीजेएम मनोज कुमार राणा आदि मौजूद रहे। असली फैक्ट्स प्रस्तुत करें
न्यायाधीश अनिल खेत्रपाल ने कहा कि जब भी कोर्ट उदाहरण के रूप में किसी उच्च अदालत का निर्णय लाने के लिए कहती है तो वकील उसे ढूंढ़ने में ताकत लगा देते हैं। जब लाते हैं तो कई लेकर आते हैं। इसमें समय बर्बाद होता है। बेहतर होगा कि आप कानून की किसी किताब में लिखे फैक्ट आधारित निर्णय को लेकर आएं। नामांकन सर्टिफिकेट पर अब एच भी लिखा होगा
स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन विजेंद्र ¨सह अहलावत ने बताया कि वकीलों का जब स्टेट काउंसिल में नामांकन होता था तो उस पर पंजाब का प्रथम अक्षर पी लिखा होता था। हाई कोर्ट तो हरियाणा की भी है इसलिए एच शब्द जोड़ने की मांग की गई थी। अब नामांकन सर्टिफिकेट पर पीएच लिखा आएगा। बेहोश होकर गिरीं उर्मिला भारद्वाज
स्वागत कार्यक्रम के दौरान एडवोकेट उर्मिला भारद्वाज अचानक बेहोश होकर गिर गई। आनन-फानन में पानी मंगाकर छींटे उनके चेहरे पर डाले गए। उन्हें होश आया तो बताया कि वर्ष 2014 में उनका एक्सीडेंट हो गया था। शहर के एक अस्पताल में इलाज कराया था। फिलहाल उनका इलाज दिल्ली के मूलचंद अस्पताल में चल रहा है। उनके दिमाग की कोई नस अचानक काम करना बंद कर देती है तो वे चक्कर आने से गिर जाती हैं। पहले भी दो-तीन बार ऐसा हादसा हो चुका है। वकीलों से न्याय की उम्मीद रहती है: अवनीत
चैंबर बि¨ल्डग के उद्घाटन कार्यक्रम में मेयर अवनीत कौर देर से पहुंचीं। उन्होंने कहा कि वकील और कोर्ट का मतलब ही न्याय की उम्मीद है। नगर निगम से मैं कोई काम वकीलों के हित में करा सकती हूं तो बताएं, जरूर पूरे कराऊंगी। उन्होंने चुनाव के दौरान मिले समर्थन के लिए वकीलों का आभार जताया। नहीं पहुंचे विधायक और अधिकारी
चैंबर बि¨ल्डग के उद्घाटन कार्यक्रम में शहर विधायक रोहिता रेवड़ी, ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा, डीसी सुमेधा कटारिया और एसपी सुमित कुमार को भी आना था। समालखा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दो कार्यक्रम होने के कारण ये सभी वहां व्यस्त रहे और वकीलों के बीच नहीं पहुंच सके। ये वकील रहे मौजूद
अजय बत्ता, मीनू कमल, प्रवीन कुमार, हर¨मद्र सांगवान, राजेश कुमार, रणधीर ¨सह घणघस, सूरत ¨सह, मामराज देशवाल, धंतर ¨सह, वीके मनोचा, अजित दहिया, परिक्षित अहलावत, पवन खुराना, राजेश कुमार, धर्मवीर ¨सह, पूजा अरोड़ा, मोनिका कक्कड़ आदि।