पोस्ट कोविड मरीजों में आ रहे ये लक्षण, तो घबराएं नहीं, सावधानी बरतें
कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों में काफी दिन तक कोविड के लक्षण बने रहते हैं। इसमें सबसे ज्यादा सीने में दर्द की शिकायत सामने आई है। पानीपत में सिविल अस्पताल में हर रोज पहुंच रहे आठ-दस मरीज।
पानीपत, जेएनएन। कोविड-19 का म्यूटेशन दिल की समस्याओं को जन्म देता दिख रहा है। कोरोना को हरा चुके लोगों में कार्डियक समस्याएं देखी जा रही हैं। इनमें अधिकांश को छाती में दर्द, श्वास फूलना के मरीज हैं। सिविल अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में ही रोजाना आठ-दस मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
चिकित्सक इन्हें खून पतला होने की दवा लिख रहे हैं। फिजिशयन कंसल्टेंट डा. जितेंद्र त्यागी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में ही इस प्रकार के केस सामने आने लगे हैं। अधिकांश मरीज पोस्ट कोविड हैं। कुछ ऐसे मरीज भी हैं जिनकी रिपोर्ट को नेगेटिव भी, लेकिन कोरोना के लक्षणों से दो-चार होना पड़ा था। विगत महीनों में कोरोना संक्रमितों की मौत के आंकड़े भी देखें तो दूसरी लहर में कार्डियक अरेस्ट से काफी मौत हो रही हैं।
मुख्य वजन मेडिसिन है
पोस्ट कोविड मरीजों को सीने में दर्द और श्वास लेने में तकलीफ की मुख्य वजह वे मेडिसिन हैं, जो कोरोना के समय सेवन की। इन मेडिसिन से खून के थक्के बनने की संभावना है। ऐसे मरीजों को खू्न पतला करने की दवा भी दी जा रही है। युवा मरीजों में यह पल्मोनरी एलेमा (फेफड़ों में अधिक फ्लुइड) होने से सामने आ रहे हैं। सांस लेने में दिक्कत होती है।
फेफड़ों में सूजन आ जाती है
डा. त्यागी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से फेफड़ों में सूजन आ जाती है। इसका असर हार्ट पर भी पड़ता है। ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल 90 से कम होने पर श्वास लेने में दिक्कत होती है। ऐसे मरीजों को छाती में अधिक दर्द होता है। मरीज घबराएं नहीं, बल्कि विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेकर, दवाओं का सेवन करें।
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