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    Panipat News: कानों की बालियां, फोन और बेड पर खून..., आखिर क्यों 50 घंटे बाद कब्र से निकाला 17 बच्चों की मां का शव?

    Updated: Thu, 05 Dec 2024 09:55 AM (IST)

    पानीपत के इसराना में 71 वर्षीय सलामती की अधजली लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों ने इसे सामान्य मौत समझकर दफना दिया था लेकिन बेटी ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आग लगने से उनका आधा शरीर जल चुका था।

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    पानीपत के इसराना में 50 घंटे बाद कब्र खोदकर निकाला वृद्धा का शव।

    संवाद सहयोगी, इसराना (पानीपत)। गांव पलडी में सोमवार को अधजली हालत में मिले 71 वर्षीय सलामती के शव को ग्रामीणों ने सामान्य मौत समझ दफना दिया था, ये मौत सामान्य नहीं थी। सलामती के कानों की बालियां और फोन गायब होने और बेड पर खून के धब्बे मिलने से बेटी ने हत्या की आशंका जताई है। उसने मंगलवार देर रात इसराना थाना पुलिस को शिकायत दी।

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    बेटी का कहना है कि वह मां के नंबर पर फोन कर रही है, लेकिन लगातार कॉल काटी जा रही है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर 50 घंटे बाद बुधवार को पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवाया।

    पुलिस को दी शिकायत में मृतका सलामती की इकलौती बेटी बिनोद ने बताया कि उसकी शादी डिकाडला गांव में हुई है, वह हाल में समालखा में रहती है। उसकी मां सलामती गांव पलडी में अकेली रहती थी।

    वृद्धा का जल चुका था आधा शरीर

    वह करियाना की दुकान चलाकर अपना पालन पोषण करती थी। दो दिसंबर की सुबह सात बजे चचेरे भाई ने फिरोज ने काल कर बताया कि ताई की मौत हो गई है, आप तुरंत घर आ जाओ।

    शिकायत के अनुसार वह मायके लौटी तो कमरे में आग लगने के कारण उसकी मां का आधा शरीर जल हुआ था। उसके चारपाई व कपड़े भी जल चुके थे। मां का शव जमीन पर पड़ा था। जमीन पर काफी खून बिखरा हुआ था।

    17 बच्चों की मां थी सलामती, 16 की हो चुकी मौत

    मृतका सलामती ने 17 बच्चों को जन्म दिया था। इसमें से 16 की मौत हो गई थी, केवल एक ही बेटी बिनोद जीवित है, जो शादीशुदा है। पति फागू की 15 वर्ष पहले मौत हो गई थी। तब से ही वह मकान में अकेली रहती थी।

    ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में निकलवाया गया शव

    इसराना थाना प्रभारी विनोद पांचाल बुधवार सुबह अपनी टीम व डयूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अस्तित्व पराशर के साथ गांव पहुंचे। मौके एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया। कब्र से सलामती के शव को बाहर निकाला।

    यह जताई थी आशंका

    बिनोद ने बताया कि उसकी मां को बीड़ी पीने की आदत थी और दिल की मरीज थी। इस वजह उसे आशंका हुई कि बीड़ी कपडों से गिरने की वजह से कपड़ो में आग लगी होगी और मां की मौत हुई होगी।

    मां की बालियां, फोन व पर्स में रखे पैसे गायब मिले। उन्हें लगा कि मां ने बाली व फोन इधर-उधर रख दिए होंगे। इसलिए सामान्य मौत समझ मां के शव को दफना दिया।

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