Updated: Sat, 12 Jul 2025 12:03 AM (IST)
पानीपत के मतलौडा में बारिश के कारण एक पुराने मकान की छत गिरने से कमरे में सो रही पत्नी की मौत हो गई जबकि पति गंभीर रूप से घायल हो गया। दंपती बिहार का रहने वाला था और पिछले 6 साल से किराये पर रह रहा था। स्थानीय लोगों ने मलबे से दोनों को निकाला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संवाद सहयोगी, मतलौडा (पानीपत)। थर्मल क्षेत्र के सुंदर नगर में वर्षा के कारण एक पुराने मकान की छत गिरने से कमरे में सो रहा दंपती दब गया। हादसे में पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
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स्थानीय लोगों की मदद से मलबे में दबे दोनों को बाहर निकाला गया। दंपती मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और पिछले 6 साल से किराये पर इस मकान में रह रहे थे। मृतका की पहचान 42 वर्षीय रूबी के रूप में हुई है। हादसा शुक्रवार अलसुबह करीब सवा तीन बजे का है। तेज वर्षा की वजह से मिट्टी और कड़ियों से बनी छत ढह गई। दंपती कमरे में सो रहे थे।
छत गिरते ही पूरा मलबा दोनों पर आ गिरा। मकान मालिक कृष्ण कुमार के मुताबिक, वह मकान की समय-समय पर मरम्मत करवाता रहता है। लेकिन पुराना निर्माण और भारी वर्षा की वजह से यह हादसा हो गया। छत गिरने की जोरदार आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत मलबा हटाना शुरू किया। सबसे पहले सुरेंद्र को मलबे से निकाला गया, जो बेहोशी की हालत में था।
रूबी को करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।
छह साल से रह रहे थे किराये पर दंपती
मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और पिछले करीब छह सालों से सुंदर नगर में कृष्ण कुमार के मकान में किराए पर रह रहे थे। उनके चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। दो बच्चे शादीशुदा हैं। हादसे के समय चारों ही बच्चे घर पर नहीं थे। वे दो दिन पहले किसी काम से बाहर गए हुए थे।
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