Bima Sakhi Yojna: पीएम मोदी बोले- बधाई हो! आप बीमा सखी बन गईं, राखी त्यागी बोलीं- आपसे मिलना सपने जैसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की राखी त्यागी को बीमा सखी के रूप में नियुक्त किया है। राखी त्यागी ने एक साल पहले एलआईसी की परीक्षा पास की थी और अब उन्हें प्रधानमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र मिला है। राखी त्यागी का कहना है कि यह उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। दो दिन पहले फोन आया थो विश्वास नहीं हुआ।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पीएम ने कहा- बधाई हो। आप बीमा सखी बन गईं। राखी त्यागी बोलीं- धन्यवाद सर, आपसे मिलना ही सपने जैसा है। यह मेरे लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं है। तीन दिन पहले मैसेज आया था। बताया था कि पीएम आपको नियुक्ति पत्र देंगे। एक बार तो विश्वास नहीं हुआ। यह कहना है ऊझा गांव की राखी त्यागी का।
उन्होंने दैनिक जागरण को बताया कि तीन दिन पहले मैसेज के बाद फोन आया था कि एलआईसी की परीक्षा में आप पास हो गई हैं। प्रधानमंत्री आपको नियुक्ति पत्र देंगे। एक बार तो विश्वास ही नहीं हुआ। दोबारा पूछा, कहीं आप झूठ तो नहीं बोल रहे हैं। जिला प्रशासन की टीम घर पर आई और बात की। पूरे हरियाणा में केवल आपका चयन हुआ है। एक साल पहले की थी पढ़ाई, सितंबर में दी थी परीक्षा राखी त्यागी की शादी 16 साल पहले सनौली कलां गांव में हुई थीं।
पति करते हैं खेती
मायका सोनीपत के गांव राई में है। कुछ समय बाद परिवार के साथ ऊझा गांव में रहने लगे। राखी ने बताया कि एक साल पहले जलालपुर गांव निवासी आनंद कौशिक ने उनको सलाह दी थी कि वह एलआइसी से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
12वीं पास राखी ने एक साल पढ़ाई की उसके बाद सितंबर में परीक्षा दी और पास भी कर ली। राखी ने बताया कि उनके पति खेती-बाड़ी करते हैं। एक 15 साल की बेटी और 12 साल का बेटा है।
पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह करने के लिए पति का हाथ बंटाना चाहती थी तो यह फैसला लिया और बीमा सखी बन गई। यह नहीं पता था कि प्रधानमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र लेने का सौभाग्य प्राप्त होगा।
हर महीने मिलेंगे 2100 रुपये
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को ऊंची उड़ान भरने का नया अवसर दिया है। उन्होंने सोमवार को पूरी तरह महिलाओं को समर्पित कार्यक्रम में भारतीय जीवन बीमा निगम की बीमा सखी योजना की शुरुआत की। तीन साल में देशभर में दो लाख महिला सखी बनाई जाएंगी।
बीमा सखियों को न केवल एलआइसी से कमीशन मिलेगा, बल्कि सरकार की ओर से भी पहले साल सात हजार रुपये मासिक, दूसरे साल छह हजार और तीसरे साल पांच हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। हर महीने 2100 रुपये की राशि अतिरिक्त प्रोत्साहन के रूप में भी मिलेगी।
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