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    Bima Sakhi Yojna: ये महिलाएं बनेंगी बीमा सखी, इन दस्तावेजों की रहेगी जरूरत; जानिए सैलरी समेत पूरी डिटेल

    Updated: Mon, 09 Dec 2024 08:50 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक नई योजना शुरू की है। बीमा सखी योजना के तहत देशभर में दो लाख महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इन बीमा सखियों को एलआईसी से कमीशन के साथ-साथ सरकार की ओर से भी मानदेय दिया जाएगा। इस योजना से महिलाएं हर साल पौने दो लाख रुपये से ज्यादा कमा सकेंगी।

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    Bima Sakhi Yojna: पीएम मोदी ने की बीमा सखी योजना की शुरुआत।

    सुधीर तंवर, पानीपत। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को ऊंची उड़ान भरने का नया अवसर दिया है। उन्होंने सोमवार को पूरी तरह महिलाओं को समर्पित कार्यक्रम में भारतीय जीवन बीमा निगम की बीमा सखी योजना की शुरुआत की। तीन साल में देशभर में दो लाख महिला सखी बनाई जाएंगी।

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    बीमा स​खियों को न केवल एलआइसी से कमीशन मिलेगा, बल्कि सरकार की ओर से भी पहले साल सात हजार रुपये मासिक, दूसरे साल छह हजार और तीसरे साल पांच हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। हर महीने 2100 रुपये की राशि अतिरिक्त प्रोत्साहन के रूप में भी मिलेगी।

    सेक्टर 13-17 के दशहरा ग्राउंड में हजारों महिलाओं की मौजूदगी में पहले केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार द्वारा पिछले 10 वर्षों में महिलाओं के लिए किए गए काम गिनाए तो फिर प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति को नमन करते हुए सभी का बीमा के लक्ष्य की पूर्ति में महिलाओं की अहमियत बताई।

    अब तक देश में 25 हजार बीमा सखी तैयार हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु की अनीता, त्रिपुरा की सोमा-डे, पानीपत की राखी त्यागी, गाजियाबाद की शायदा और हिमाचल प्रदेश के किन्नौर की संगीता कुमारी को बीमा सखी के नियुक्ति पत्र भी दिए।

    पीएम मोदी ने करनाल के उचाना स्थित महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी किया। इस पर करीब 600 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के कामकाज की प्रशंसा की।

    हर साल पौने दो लाख रुपये से ज्यादा कमाएंगी बीमा सखियां

    पीएम मोदी ने दावा किया कि बीमा सखियां देश के परिवारों को सामाजिक सुरक्षा देंगी। एक एलआइसी एजेंट हर माह औसतन 15 हजार रुपये कमाता है। इस हिसाब से हमारी बीमा सखियां हर साल पौने दो लाख रुपये से ज्यादा कमाएंगी। यह कमाई परिवार को अतिरिक्त आय देगी।

    बीमा सखियों का योगदान इससे कहीं अधिक होगा, क्योंकि उनकी नई भूमिका से इंश्योरेंस फार आल (सभी का बीमा) मिशन को बल मिलेगा। किसी व्यक्ति के पास बीमा की ताकत होती है तो उसे बहुत लाभ होता है।

    कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती राव और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी मंच पर मौजूद रहीं।

    जनधन खाते से ही मिला योजनाओं का लाभ

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिला उत्थान को लेकर चलाई जा रही योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि अगर यह जन धन बैंक खाते नहीं होते तो गैस सब्सिडी के पैसे सीधे आपके खाते में नहीं आते। कोरोना के समय की मदद नहीं मिलती। किसान कल्याण निधि, सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ, अपना घर बनाने के लिए पैसे नहीं मिलते। रेहड़ी-पटरी लगाने वाली महिलाओं के लिए बैंक के दरवाजे बंद ही रहते। अपने बैंक खातों के कारण मुद्रा लोन ले पाईं।

    ये महिलाएं बन सकेंगी बीमा सखी

    गांवों में रहने वाली 18 से 50 वर्ष की महिलाएं आवेदन कर सकती हैं। न्यूनतम 10वीं पास होना अनिवार्य है। बीमा सेवाओं में रुचि रखने वाली महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं।

    ये दस्तावेज जरूरी

    आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र। निवास प्रमाण पत्र। बैंक खाता विवरण। पासपोर्ट साइज फोटो। शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र।

    ऐसे होगा ऑनलाइन आवेदन

    ऑनलाइन आवेदन करने हेतु सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।- बीमा सखी योजना पर क्लिक करें।- फार्म डाउनलोड कर उसमें मांगी गई जानकारी भरें। जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। सबमिट बटन पर क्लिक करें। ऑफलाइन आवेदन ऐसे करें। नजदीकी एलआइसी कार्यालय जाएं। वहां से आवेदन फार्म प्राप्त करें। आवेदन पत्र भरकर जरूरी दस्तावेजों के साथ जमा करें।