By Jagran NewsEdited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Sun, 29 Jun 2025 11:50 AM (IST)
पानीपत में एक महिला ने पति के शराब पीकर मारपीट करने से तंग आकर उस पर अपनी बेटी से छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाया। पुलिस जांच में मामला झूठा पाया गया। महिला ने स्वीकार किया कि उसने पति से परेशान होकर ऐसा किया था जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर रद्द कर दी। नारी तू नारायणी उत्थान समिति ने महिलाओं से झूठी शिकायतें न करने की अपील की है।
जागरण संवाददाता, पानीपत। हरियाणा के पानीपत के सेक्टर-29 पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक कॉलोनी में पति के शराब पीकर मारपीट करने से परेशान पत्नी ने उस पर बेटी के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगा दिए। महिला ने कहानी बनाकर इसकी शिकायत सेक्टर-29 थाना पुलिस को दे दी।
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पुलिस ने मामले में सौतेले पिता पर केस भी दर्ज कर लिया। जब बच्ची की काउंसिलिंग की गई तो मामला खुल गया। सख्ती से पूछताछ करने पर महिला ने अपनी गलती मानी। उसने कोर्ट में अपने बयान में कहा कि उसने पति से परेशान होकर उस पर गंभीर आरोप लगाए थे। पुलिस ने इस एफआईआर को रद कर दिया है।
पुलिस को दी शिकायत में बच्ची की मां ने बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की रहने वाली है। उसके पहले पति की शादी के एक साल बाद कैंसर से मौत हो गई थी, उस दौरान वह तीन माह की गर्भवती थी। पति की मौत के करीब एक साल बाद उसकी शादी दूसरी जगह हो गई थी।
तब उसकी बेटी कुछ महीने की ही थी। दूसरी शादी के बाद भी वह तीन बच्चों की मां बनी। अब दूसरी शादी को भी करीब 10 साल हो गए हैं। 23 जून को वह काम पर गई थी। उसका पति भी काम पर जाता है। उस शाम वह जल्दी घर लौट आया। वीरवार शाम को उसकी छह वर्षीय बेटी ने बताया कि पापा बड़ी बहन के साथ गंदी हरकत कर रहे थे।
उसने 11 वर्षीय बड़ी बेटी से इस बारे में पूछा तो उसने आपबीती बताई। बेटी ने बताया कि पिता ने उसे नहलाने के बहाने उसके साथ छेड़छाड़ की है। फिर किसी को इस बारे में न बताने की बात कहते हुए उसे 20 रुपये का लालच दिया और कहा कि वह दुकान से जाकर चीज खरीद ले, लेकिन वह दुकान पर नहीं गई। इसके बाद महिला ने पुलिस को इसकी शिकायत दी।
बच्ची के साथ छेड़छाड़ की सूचना मिलते ही बच्ची की मां से बात की थी। उसने बताया कि उसका पति शराब पीकर उसके साथ झगड़ा करता है। इसलिए उसने उस पर बेटी से छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। वह कोर्ट में बयान से पलट गई। उसकी महिलाओं से अपील है कि इस प्रकार झूठी शिकायतें देकर कानून का फायदा न उठाएं। इसी शिकायतों से नारी पर ही सवाल खड़े हो जाते हैं। इससे बच्ची के जीवन पर भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है। जिस पर आरोप लगे हैं उसको सामाजिक व मानसिक हानि होती है। पुलिस का भी विश्वास उठता है।
सविता आर्या, अध्यक्ष नारी तू नारायणी उत्थान समिति
महिला की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया था। मामले की जांच में यह केस झूठा मिला है। शिकायत गलत दी गई थी। उनकी अपील है कि इस प्रकार की शिकायतें देकर पुलिस का समय व्यर्थ नहीं करना चाहिए। अनिल कुमार, एसएचओ सेक्टर 29 पुलिस थाना।
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