NCR क्या है? जिसमें शामिल हैं तीन राज्यों के 24 जिले, हरियाणा के सबसे ज्यादा; देखें लिस्ट
एनसीआर यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों का एक समूह है। इसमें हरियाणा उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ जिले शामिल हैं। एनसीआर का उद्देश्य दिल्ली के बढ़ते शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना था। एनसीआर में कुल 24 जिले हैं जिनमें हरियाणा के 14 जिले उत्तर प्रदेश के 8 जिले और राजस्थान के दो जिले आते हैं।

डिजिटल डेस्क, पंचकूला। हरियाणा में मौजूदा समय में 22 जिले हैं। इनमें 14 जिले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर में शामिल हैं। बाकी आठ जिले गैर-एनसीआर क्षेत्र में हैं। इसके साथ ही राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ जिले एनसीआर में शामिल हैं।
यदि बात करें उत्तर प्रदेश की तो यूपी के आठ जिले एनसीआर (NCR Districts Name) में आते हैं। इनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्दशहर, हापुड, बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर शामिल हैं। इस तरह ये इलाके यूपी का 14826 क्षेत्र (वर्ग किलोमीटर में) कवर करते हैं।
इसी तरह यदि बात की जाए राजस्थान की तो प्रदेश के दो जिले एनसीआर में आते हैं। इनमें अलवर और भरतपुर शामिल हैं। ये जिले प्रदेश का 13,447 क्षेत्र (वर्ग किलोमीटर में) कवर करते हैं। वहीं, हरियाणा में गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित 14 जिले शामिल हैं। ये 14 जिले प्रदेश का 25327 क्षेत्र (वर्ग किलोमीटर में) कवर करते हैं।
एनसीआर क्या है? (What is NCR)
एनसीआर में कितने जिले आते हैं, ये तो हम जान ही गए। चलिए, अब जानते हैं कि यह एनसीआर क्या होता है (NCR Kya hai) और इसमें कौन-कौन से जिले आते हैं। दरअसल, एनसीआर की फुल फॉर्म राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) है। दिल्ली से कई सौ किलोमीटर तक NCR का विस्तार है। जिनमें सीमा से जुड़े राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जिले शामिल हैं।
दरअसल, दिल्ली में साल 1951 से जनसंख्या में लगातार इजाफा हो रहा था। रोजगार की तलाश और बड़े शहर की रौनक एक प्रमुख कारण रहा कि दिल्ली में लोगों को अधिक प्रवास हुआ। इस बढ़ती भीड़-भाड़ से नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं का अभाव होता जा रहा था।
जिसके बाद यह महसूस किया गया है कि जैसे-जैसे दिल्ली का विकास होता जाएगा, वैसे-वैसे भूमि, आवास, परिवहन और आवश्यक आधारभूत संरचना से जुड़ीं समस्याएं आती रहेंगी। जिसके बाद इन चिंताओं के समाधान के लिए विस्तार की आवश्यता महसूस हुई।
कैसे बना NCR योजना बोर्ड?
साल 1956 अंतरिम सामान्य योजना में सुझाव दिया गया है कि बाहरी क्षेत्रों और यहां तक कि दिल्ली क्षेत्र के बाहर के क्षेत्रों पर विचार करना चाहिए तकि विकास होता रहे और क्षेत्रफल में विस्तार भी जिससे शहर में अत्यधिक भीड को संतुलित और नियंत्रित किया जा सके। लिहाजा, हरियाणा-राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सहमति के बाद संसद द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय योजना बोर्ड अधिनियम के अंतर्गत एनसीआर योजना बोर्ड गठित किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र: संविधान क्षेत्र (अप्रैल, 2018 तक)
एनसीआर में शामिल हरियाणा के जिले (NCR Haryana Districts Name)
- गुरुग्राम
- फरीदाबाद
- नूंह
- रोहतक
- सोनीपत
- रिवाडी
- झज्जर
- पानीपत
- पलवल
- भिवानी
- चरखी दादरी
- महेंद्रगढ
- नारनौल
- जींद
- करनाल
एनसीआर में शामिल यूपी के जिले (NCR UP Districts Name)
- गाजियाबाद
- गौतम बुद्ध नगर
- हापुड़
- मेरठ
- बुलंदशहर
- शामली
- बागपत
- मुजफ्फरनगर
एनसीआर में शामिल राजस्थान के जिले (NCR Rajasthan Districts Name)
- अलवर
- भरतपुर
जानकारी स्रोत: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड, द्वारा ली गई है।
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